AIN NEWS 1: गर्मियों की तेज़ बढ़ती गर्मी और लू से जहां इंसान परेशान हैं, वहीं जानवरों की स्थिति भी चिंता का विषय बन गई है। ऐसे में लखनऊ चिड़ियाघर (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden) ने एक सराहनीय कदम उठाया है। जानवरों को भीषण गर्मी से राहत देने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने कूलर, स्प्रिंकलर और चटाइयों की व्यवस्था की है। यह सभी इंतज़ाम इस उद्देश्य से किए गए हैं ताकि जानवर गर्मी के कारण बीमार न पड़ें और उन्हें एक आरामदायक वातावरण मिल सके।

चिड़ियाघर में गर्मी से बचाव के इंतज़ाम
लखनऊ में अप्रैल से ही तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। इस बढ़ती गर्मी को देखते हुए चिड़ियाघर प्रशासन ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। जानवरों की प्रजाति और उनकी ज़रूरतों के हिसाब से अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं।

1. कूलर और स्प्रिंकलर की व्यवस्था:
शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू जैसे जानवरों के बाड़ों में बड़े-बड़े कूलर लगाए गए हैं। वहीं, हाथी और हिरण जैसे जानवरों के लिए बाड़ों में स्प्रिंकलर लगाए गए हैं जो समय-समय पर पानी की बौछार करते हैं, जिससे तापमान कम होता है और जानवरों को राहत मिलती है।
2. फर्श पर बिछाई गई चटाइयाँ और घास:
जानवरों के बाड़ों के फर्श पर मोटी चटाइयाँ और गीली घास बिछाई गई है ताकि गर्मी के सीधे संपर्क से उनका शरीर बच सके। इससे ज़मीन की गर्मी जानवरों तक नहीं पहुंचती।
3. बर्फ के टुकड़े और ठंडा पानी:
कुछ जानवरों के लिए विशेष रूप से बर्फ के टुकड़े और ठंडा पानी उपलब्ध कराया गया है। जैसे भालुओं को ठंडी जगह पसंद होती है, इसलिए उनके बाड़ों में बर्फ रखी जा रही है।
4. आहार में बदलाव:
जानवरों के भोजन में भी बदलाव किया गया है। उन्हें ऐसे फल और सब्ज़ियाँ दी जा रही हैं जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जैसे तरबूज, खीरा, पपीता, आदि। इससे उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होती।
5. समय का बदलाव:
कुछ जानवरों को सुबह और शाम के समय बाहर निकाला जा रहा है, जब तापमान थोड़ा कम होता है। दोपहर में उन्हें उनके बाड़ों के अंदर ही रखा जाता है ताकि वे गर्मी से बचे रहें।
कर्मचारियों की विशेष ड्यूटी
चिड़ियाघर प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सफाईकर्मी और पशु-सेवक समय-समय पर जानवरों की स्थिति पर नज़र रखें। किसी भी जानवर को अगर गर्मी के कारण थकावट या असहजता दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह पर इलाज किया जाए।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी इंतज़ाम
चिड़ियाघर में आने वाले दर्शकों के लिए भी शीतल पेयजल, छाया और बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए गर्मी से बचाव के उपाय किए गए हैं ताकि वे सुरक्षित रूप से जानवरों को देख सकें।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम
यह पहल केवल जानवरों की सुरक्षा ही नहीं बल्कि एक जागरूकता का प्रतीक भी है। यह दिखाता है कि इंसान और जानवर दोनों को गर्मी से बचाने के लिए एकजुट प्रयास करने की ज़रूरत है। इस प्रकार की पहल अन्य चिड़ियाघरों और पशुपालन केंद्रों के लिए प्रेरणा बन सकती है।
Lucknow Zoo has taken proactive steps to protect animals from the harsh summer heat by installing coolers, sprinklers, and mats across enclosures. With rising temperatures in Uttar Pradesh, animal care has become a top priority. These heatwave relief measures for zoo animals include hydration-focused diets, shaded enclosures, and regular monitoring by staff. Such initiatives at the Lucknow Zoo not only ensure animal well-being but also reflect responsible summer zoo management.



















