AIN NEWS 1 लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ग्रीनफील्ड परियोजना गंगा एक्सप्रेस-वे को अब तय समय में ही पूरा करने को लेकर सरकार के स्तर से काफ़ी ज्यादा प्रयास शुरू किए गए हैं। बुधवार को ही मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के स्तर से एक्सप्रेसवेज को लेकर की गई एक बैठक के बाद गुरुवार को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आइआइडीसी) मनोज कुमार सिंह ने भी गंगा एक्सप्रेस-वे के स्थलीय निरीक्षण के दौरान अगले लगभग 20 माह में ही यह निर्माण पूरा करने का स्पष्ट निर्देश दिया। बता दें कि इससे पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर कई बार बड़े अधिकारियों की बैठक कर चुके हैं। और उन्होंने हाइवे के काम को जल्द पूरा करने के साफ़ साफ़ निर्देश भी दिए हैं। आइआइडीसी ने सभी निर्माणकर्ता एजेंसियां के प्रतिनिधियों और यूपीडा के अधिकारियों को सभी गतिरोध दूर कर दिसंबर 2024 की तय मियाद से अवगत कराते हुए और गुणवत्तापूर्ण निर्माण के निर्देश दिए।
आइआइडीसी ने गंगा एक्सप्रेसवे के शुरुआती स्थल मेरठ-बदायूं से लेकर अमरोहा-संभल तक की सीमा का पूरी तरह से निरीक्षण किया। उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे की मुख्य सड़क मार्ग पर आने वाली नई नहरों पर लघु सेतु के निर्माण के लिए संबंधित जिलों के सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ भी बैठक कर गतिरोध दूर करने के निर्देश दिए।अमरोहा में एक्सप्रेस-वे के गंगा ब्रिज के निर्माण को लेकर ही उन्होंने विशेष निर्देश दिए। बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे पर अब तक क़रीब 22 प्रतिशत से अधिक मिट्टी का कार्य किया जा चुका है। 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेसर्स आइआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर और मेसर्स अदाणी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा ही किया जा रहा है। स्थलीय निरीक्षण के दौरान हापुड़ के जिलाधिकारी सहित यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारी भी वहा उपस्थित थे।