AIN NEWS 1: बता दें नोएडा और ग्रेटर नोएडा से अब तक लगभग 4 हजार से अधिक परिवार गायब हो गए हैं। यह सुनने में तो आपकों थोड़ा अजीब सा लग रहा होगा, लेकिन यह एक कड़वी हकीकत है। ज्ञात हो, आयुष्मान योजना के पात्र परिवार ही स्वास्थ्य विभाग को अब नहीं मिल रहे हैं। इन परिवारों की संख्या कुल 4,133 है।
जाने ये 2011 की जनगणना के बाद से ही गायब
गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 में जो जनगणना हुई उस में यह सभी के सभी लोग उस लिस्ट में शामिल थे, लेकिन उसके बाद से ये सभी गायब हो गए हैं। बताया तो यह जा रहा है कि इनमे से अधिकतर लोगों ने अब अपना पता बदल लिया है। जिसकी वजह से यह सारी दिक्कत हो रही है। वैसे तो इन सभी का नाम आयुष्मान योजना के पात्र परिवार में दर्ज है। इन परिवारों के नहीं मिलने की वजह से स्वास्थ्य विभाग काफ़ी परेशान हो गया है।
जाने नोएडा में ही गायब परिवार की संख्या सबसे ज्यादा
काफी तलाश करने के बावजूद भी जब कुछ भी हासिल नहीं हुआ तो लखनऊ मुख्यमंत्री कार्यालय में एक चिट्टी भेजी गई है। इसके अलावा जिलाधिकारी को भी इस पूरे मामले की जानकारी दी गई है। बताया तो यह जा रहा है कि सबसे ज्यादा परिवार नोएडा से ही गायब हुए हैं। मिली रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा में ही इन गायब परिवारो की संख्या कुल 3,205 है। वहीं ग्रेटर नोएडा में इन गायब परिवार की संख्या 486 हैं। और बाकी परिवार जिले के अन्य अन्य स्थानों से ही गायब हुए हैं। जिनका अब ढूंढ पाना काफ़ी ज्यादा मुश्किल हो गया है।
जाने इसका कोरोना महामारी भी रहा एक कारण
अधिकारियों का तो यह भी कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान ही काफी लोग इस जिले से चले गए थे। काफी परिवारों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा से उस समय पलायन कर दिया था। जिसकी वजह से कुछ प्रतिशत लोग यहां से गायब हो सकते हैं। अब ऐसे में इनको ढूंढ पाना कोई बहुत आसान नहीं होगा। क्योंकि इन लोगों के वर्तमान पते के बारे में स्वास्थ्य विभाग को अभी कोई भी जानकारी नहीं है।