Ainnews1: एक वर्ष से बनाई जा रही महायोजना-2031 का ड्राफ्ट बुधवार को एमडीए उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी एवं सचिव चंद्रपाल तिवारी ने एमडीए सभागार में प्रेस वार्ता में प्रस्तुत किया। सरधना , मवाना, लावड़ , बहसूमा , खरखौदा, हस्तिनापुर , दौराला, मेरठ, मेरठ कैंट और जिले के 305 गांव भी अब महायोजना के दायरे में आ गए हैं। ड्राफ्ट एक महीने तक शहर में 15 जगह प्रदर्शित किया जायेगा और लोग इस पर अपने सुझाव दे सकेंगे। नई महायोजना का विस्तार करीब 1043 वर्ग किमी का होगा। महायोजना-2031 में नया औद्योगिक हब गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण (हापुड़ रोड से जैनुद्दीनपुर तक) के साथ साथ प्रस्तावित किया गया है। महायोजना में शामिल कस्बों को भी औद्योगिक क्षेत्र में मिलाया गया है। इससे मेरठ में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और शहर तेजी से एनसीआर का नया औद्योगिक हब बनने में मदद मिलेगी ।दौराला और कायस्थ गांवड़ी में 800 हेक्टेयर में विकास क्षेत्र
दौराला और कायस्थ गांवड़ी 400-400 हेक्टेयर के दो विशेष विकास क्षेत्र प्रस्तावित हैं। शासन की ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी लागू होने के बाद यहां मिश्रित भू-उपयोग ही अनुमन्य होगा। इन इलाकों में नीचे कार्यालय और ऊपर मकान भी बनाए जा सकते है । इसी को देखते हुए शहर के दिल्ली रोड और रुड़की रोड पर भी दो विशेष विकास क्षेत्र दिए गए हैं।मवाना, सरधना, हस्तिनापुर में बनेंगे ट्रांसपोर्टनगर
औद्योगिक हब की संभावनाओं को देखते हुए महायोजना में प्रस्तावित किए गए शहरी केंद्रों पर ट्रांसपोर्ट नगर भी प्रस्तावित किए गए हैं। हस्तिनापुर, मवाना, लावड़, सरधना आदि में ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र मैं लाया गया है। रैपिड रेल कॉरिडोर के पास मिश्रित भूउपयोग
वहीं, रैपिड रेल के एलाइनमेंट के 500-500 मीटर दूरी पर प्रभाव क्षेत्र किए गए हैं। अगले कुछ दिनों में सरकार की आने वाली ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी में मिश्रित भू-उपयोग का फायदा भी जनता को ही मिल सकता है।दौराला में एकमात्र लॉजिस्टिक पार्क
कोलकाता से लुधियाना तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के एलाइनमेंट पर दौराला में एकमात्र लॉजिस्टिक पार्क महायोजना में ही रखा गया है। इससे मेरठ के उत्पाद मुंबई और कोलकाता तक ले जाना बेहद सुविधाजनक होगा। ये प्रोजेक्ट भी मेरठ के लिए एक नई संभावनाओं को पूरा करने में मदद करेगा।