AIN NEWS 1 नई दिल्ली: गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम का काफ़ी पुराना और मशहूर शिप्रा मॉल (Shipra Mall) अब बिक गया है। ज्ञात हो साल 2005 में ही इस मॉल की शुरुआत हुई थी और अब ये मॉल बिक गया है। इंडिया बुल्स ग्रुप्स (Indiabulls) ने हिमरी एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को इस मॉल को बेच दिया है। यह 551 करोड़ रुपये में हुई है डील। शुक्रवार को गाजियाबाद में ही इसकी रजिस्ट्री भी हुई। इस डील के लिए सबसे बड़ी रजिस्ट्री हुई है । इस रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प विभाग को कुल 38.57 करोड़ रुपये का स्टाम्प ड्यूटी और 5.51 करोड़ रुपये का निबंधन शुल्क भी चुकाया गया। दरअसल बीते कुछ वक्त से ही दिल्ली-एनसीआर का रियल एस्टेट काफ़ी ज्यादा आर्थिक बदहाली से गुजर रहा था। आपकों बता दें शुक्रवार को इसकी रजिस्ट्री हुई। इस रजिस्ट्री से सरकार को कुल 44.08 करोड़ रुपये का पूरा राजस्व मिला है।
जान ले क्या है पूरा मामला
दिल्ली-गाजियाबाद नेशनल हाईवे पर नोएडा बॉर्डर के पास बसे काफ़ी ज्यादा फेमस इंदिरापुरम इलाके में शिप्रा मॉल्स बना है। साल 2005 में ही इस मॉल की शुरुआत हुई थी। शिप्रा रियल एस्टेट ग्रुप ने ही इसे डेवलप किया था। दिल्ली-एनसीआर की सबसे बड़ी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के तौर पर इसकी एक पहचान है। दिल्ली-नोएडा, गायियाबाद में रहने वाले लोग एक ना एक बार इस मॉल में जरूर ही गए होंगे। दुनियाभर के सभी पॉपुलर ब्रांड्स इस मॉल में मौजूद हैं। अगर यू कहें कि शिप्रा मॉल दिल्ली-एनसीआऱ के युवाओं का एक पसंदीदा स्पॉट रहा है तो भी गलत नहीं होगा। लेकिन शुक्रवार को ये मॉल बिक गया।
बताते है क्यों बिका यह शिप्रा मॉल
शिप्रा समूह ने अपनी रियल एस्टेट परियाजनाओं के लिए अब तक इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस से अरबों रुपये का कर्ज लिया हुआ है। लोन के बदले ही शिप्रा समूह ने शिप्रा मॉल्स को ही इंडिया बुल्स के पास गिरवी के तौर पर रखी थी। लोन न चुकाने पर इंडिया बुल्स ने शिप्रा रियल एस्टेट को कुछ समय पहले ही डिफॉल्टर घोषित कर दिया था। और यह विवाद बढ़ता रहा और रियल एस्टेट कंपनी ने लोन देने वाली कंपनी के खिलाफ ही मुकदमा दायर कर दिया था। यह मामला बढ़ते-बढ़ते सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया। कोर्ट की दखल के बाद ही इंडिया बुल्स ने शिप्रा मॉल्स की नीमाली कर दी। शुक्रवार को इस मामले में काफ़ी बड़ा कदम उठाया गया और इस मॉल को हिमरी रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया गया।