Mallikarjun Kharge Slams Modi Govt for Ignoring US Tariff Issue in Parliament
मल्लिकार्जुन खड़गे का मोदी सरकार पर हमला: “अमेरिका ने 26% टैक्स लगाया, संसद में चर्चा तक नहीं होने दी”
AIN NEWS 1 अहमदाबाद, गुजरात: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका ने भारत पर 26% का आयात शुल्क (टैरिफ) लगा दिया, लेकिन इस गंभीर मुद्दे पर संसद में चर्चा तक नहीं होने दी गई।
खड़गे ने गुजरात के अहमदाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिका ने हमारे खिलाफ 26% टैरिफ लगाया। हमने उसी दिन संसद में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। यह लोकतंत्र की अनदेखी है और देश की अर्थव्यवस्था में एकाधिकार (मोनोपॉली) की स्थापना की जा रही है।”
सरकार की चुप्पी पर सवाल
खड़गे ने कहा कि जब किसी विदेशी देश द्वारा भारत पर इतना बड़ा आर्थिक फैसला लिया जाता है, तो सरकार का कर्तव्य है कि वह संसद में खुलकर इस पर चर्चा करे। “हमने यह मुद्दा उठाया, ताकि सरकार जनता को बताए कि वह क्या कदम उठा रही है, लेकिन मोदी सरकार चर्चा से भाग रही है,” उन्होंने कहा।
एकाधिकार की चिंता
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि देश की अर्थव्यवस्था कुछ गिने-चुने उद्योगपतियों के हाथों में जा रही है। उन्होंने कहा, “आज देश में हर क्षेत्र में सिर्फ कुछ ही कंपनियां काम कर रही हैं। चाहे वह हवाई अड्डे हों, बंदरगाह हों या रेल सेवा — सबकुछ निजी हाथों में सौंपा जा रहा है।”
संसद की गरिमा को ठेस
खड़गे का कहना था कि जब संसद में जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं होने दी जाती, तो यह सीधे लोकतंत्र और संविधान पर हमला है। उन्होंने कहा, “संसद का काम ही यह है कि जनता की आवाज उठाई जाए। अगर वहां भी बहस नहीं होगी, तो फिर लोकतंत्र कैसे चलेगा?”
अमेरिका के टैरिफ का असर
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26% टैरिफ का असर भारतीय निर्यातकों और खासतौर पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर पड़ सकता है। इससे भारत के उत्पाद अमेरिका में महंगे हो जाएंगे और उनकी मांग घट सकती है।
खड़गे ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह इस विषय पर अमेरिका से बातचीत करे और भारतीय व्यापारियों को राहत दिलाने के लिए कदम उठाए।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले समय में यह मुद्दा चुनावी राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है।
कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस ने पहले भी सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह सिर्फ बड़े उद्योगपतियों के हित में काम करती है और आम लोगों की समस्याओं की अनदेखी करती है। खड़गे के इस बयान को भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, ताकि आम लोगों में यह संदेश जाए कि कांग्रेस जनता के मुद्दे उठाने वाली पार्टी है।
विपक्ष की एकजुटता की अपील
खड़गे ने अन्य विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे संसद और बाहर दोनों जगह एकजुट होकर सरकार से जवाब मांगें। उन्होंने कहा कि “आज अगर हम चुप रहे तो कल कोई और मुद्दा इसी तरह दबा दिया जाएगा। हमें लोकतंत्र और जनता की आवाज को बचाना है।”
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान ने एक बार फिर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेकर सरकार की चुप्पी, संसद में चर्चा से इनकार, और देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ता एकाधिकार — ये सभी मुद्दे आने वाले समय में राजनीतिक बहस के केंद्र में रह सकते हैं।
Congress President Mallikarjun Kharge has strongly criticized the Modi government for failing to allow a parliamentary discussion on the 26% tariff imposed by the United States on Indian products. Speaking in Ahmedabad, Gujarat, Kharge alleged that the government’s silence indicates a growing economic monopoly in the country. This issue has become a fresh point of contention between the Congress and BJP, raising serious questions about US-India trade relations, the state of the Indian economy, and the functioning of democratic institutions like Parliament.