Ainnews1: गाजियाबाद व एनसीआर में संपत्ति खरीदनी और बेचनी अब और महंगी होगी. गाजियाबाद प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी शुरू कर दी है. प्रशासन अब सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए सर्वे अगले महीने से शुरू हो जाएगा और फिर रेट बढ़ाए जाएंगे. कुछ इलाके ऐसे होंगे, जहां पर और अधिक रेट बढ़ेंगे.
एडीएम वित्त विवेक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में 2016 के बाद से सर्किल रेट वही बने हुऐ हैं. इसी महीने सभी एसडीएम, स्टांप विभाग के रजिस्ट्रार के साथ बैठक कर सर्वे कर इसकी योजना बनाई जानी है . एक जून से सर्किल रेट का सर्वे कराया जाना तक किया था ,जो भी कमियां होंगी, उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा.
गाजियाबाद कुल आठ सर्किलों में बंटा है. सर्किल रेट तीन श्रेणियों में तय किये जाने हैं. पहला नौ मीटर चौड़ी रोड के किनारे, दूसरा नौ मीटर से 18 मीटर चौड़ी रोड के किनारे और तीसरा 18 मीटर से अधिक चौड़ी रोड के किनारे जो प्रॉपर्टी है. सबसे अधिक रेट 18 मीटर से अधिक चौड़ी रोड के किनारे की संपत्ति का होता तय है.प्रशासन के अनुसार संभावना है कि अगस्त में नई दर लागू कर दी जानी चाहिए . रैपिड रेल कॉरिडोर के दोनों ओर की जमीन की दर सबसे ज्यादा बढ़ेगी . वहीं, दिल्ली से सटे इलाकों और एनएच के दोनों ओर की जमीनों के सर्किल रेट में खासाा इजाफा किया जा सकता है.जिले में मौजूदा इस समय में सबसे अधिक रेट
कौशांबी (99000 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक का तय है. आवासीय क्षेत्रों में दूसरे नंबर पर वैशाली (73000 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक) है. पिछले पांच साल से यही रेट है , इस दौरान कुल 260491 संपत्तियां बिकी हैं. इनमें 203931 फ्लैट और 56560 प्लॉट बिके हैं. स्टांप विभाग को 6000 करोड़ से अधिक की आय हुई है
कौशांबी 90000-99000
वैशाली 67500-74200
इंदिरापुरम 66500-73100
वसुंधरा 62000-68000
कविनगर 46000-51000
नासिरपुर 36000-38000
क्रासिंग रिपब्लिक 19000-23000
राजनगर एक्सटें 17000-21000
खोड़ा 22000
डासना 12000
नोट : रुपये प्रति वर्ग मीटर हैं.
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