दिल्ली में 42 ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन शुरू, CM केजरीवाल ने किया शुभारंभ !
राजधानी दिल्ली की केजरीवाल सरकार लगातार अपनी घोषणाओं को पूरा कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार ने अपनी एक और घोषणा पूरी की है। आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने पिछले साल दिल्ली में पीपीपी मोड यानी ‘सार्वजनिक निजी साझेदारी‘ के तौर पर 100 चार्जिंग स्टेशन खोलने की घोषणा की थी।
वहीं अब राजधानी में ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन शुरू हो चुके हैं।
आज यानी मंगलवार (27 जून) को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 42 ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम केजरीवाल के अलावा दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्षद भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि ये चार्जिंग स्टेशन दिल्ली वालों के लिए काफी किफायती साबित होंगे।
क्या है ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन
इन चार्जिंग स्टेशनों पर दो पहिया, तीन पहिया और चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज किए जा सकते हैं। यह हाइब्रिड जैसा होता है जिसमें बड़ी बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर होती है। इसमें चार्जिंग आउटलेट तथा गैस टैंक होता है तथा रिचार्ज के लिए एल2 चार्जर का इस्तेमाल किया जाता है।
दिल्ली में 53 चार्जिंग स्टेशन
सीएम केजरीवाल ने कहा कि 42 नए चार्जिंग स्टेशन और शुरू किए जा रहे हैं। सीएम ने बताया कि डीटीएल की तरफ से कुछ महीने पहले 11 चार्जिंग स्टेशन शुरू किए गए थे। जिसके बाद अब कुल 53 ईवी चार्जिंग स्टेशन हो गए हैं। सीएम ने कहा कि दिल्ली में जो इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी बनाई गई थी, वो काफी तेजी से आगे बढ़ रही है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले आठ साल में प्रदूषण में भारी कमी आई है। 2014 में जो पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रदूषण का लेवल था, वो 30% कम हो गया है। आपकी सरकार के द्वारा उठाए कदमों के फल दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास दिल्ली की कानून व्यवस्था सुधारने का नही कोई ठोस उपाय। सीएम ने कहा हमारा लक्ष्य था कि 25 प्रतिशत ईवी वाहन खरीदे जाएं। आज दिल्ली में 13 प्रतिशत ईवी वाहन खरीदे जा रहे हैं। नीति आयोग ने कहा दिल्ली की ईवी पॉलिसी बेस्ट है और बाकी राज्य भी सीखें।
मुख्मयमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने शहर के हर हिस्से में शानदार और सुलभ ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का लक्ष्य रखा है। जहां प्रति यूनिट चार्जिंग की लागत देश ही नहीं दुनिया में सबसे कम होगी और लोगों को ईवी चार्जिंग के लिए प्रति यूनिट तीन रुपये से भी कम खर्च करने होंगे। दिसंबर में राजधानी में बिकने वाले कुल वाहनों में 16.7 प्रतिशत ई-वाहनों की रही जो देश में सर्वाधिक है। सभी चार्जिंग स्टेशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर आधारित हैं।