AIN NEWS 1 ग्रेटर नोएडा : जेवर में बन रहे देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अब दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन और दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन से भी कनेक्ट किया जाएगा। वैसे तो दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन और दिल्ली-मुंबई रेल लाइन से एयरपोर्ट को पूरी तरह जोड़ा जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बहुत बड़ा रेलवे जंक्शन भी बनाया जाएगा। इस पूरे काम के लिए उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्र की ओर से ही अनिल कुमार लाहोटी को पत्र भेजा है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत जेवर के समीप स्थित नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) निर्माणाधीन है, जो की अपने आप में देश का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा। इस नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट में कुल 05 रनवे प्रस्तावित हैं।
इसके प्रथम रनवे का कार्य वर्ष 2024 तक पूर्ण हो जायेगा तथा वर्ष 2024 में नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट का यहां संचालन भी प्रारम्भ हो जायेगा। नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट यमुना एक्सप्रेस-वे पर ही स्थित है।
इसके लिए रोड की कनेक्टिविटी दिए जाने हेतु दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस- वे से भी लगभग 30 किलोमीटर का रोड लिंक का निर्माण एन०एच०ए० आई० द्वारा ही किया जा रहा है। NIA को पैसेन्जर एयरपोर्ट के साथ-ही-साथ कार्गो हब के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। इस एयरपोर्ट के समीपवर्ती क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा इलेक्ट्रानिक सिटी, लॉजिस्टिक हब, मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, हैण्डीक्राफ्ट पार्क, और फिल्म सिटी आदि महत्वपूर्ण परियोजनाओं का विकास भी प्रक्रियाधीन है। एयरपोर्ट के विकास से इस क्षेत्र में ही लॉजिस्टिक, वेयर हाउसिंग एवं अन्य औद्योगिक व वाणिज्यिक गतिविधियों के विकास की भी प्रबल सम्भावना बन रही है। भारत सरकार की ही ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर (कलकत्ता से अमृतसर) से NIA यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र के पूर्वी क्षेत्र से ही गुजर रही है, जिसका सबसे समीपवर्ती बिन्दु चोला रेलवे स्टेशन है। दिल्ली मुम्बई रेलवे लाइन एयरपोर्ट के ही पश्चिम में हरियाणा के पलवल स्टेशन से गुजरती है जिसका एयरपोर्ट से समीपवर्ती रेलवे स्टेशन भी पलवल है। प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत NIA के समीप कोई भी रेलवे स्टेशन अभी नियोजित नहीं है।
दिल्ली-कलकत्ता रेलवे लाइन एवं दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन को भी NIA से होते हुए जोड़े जाने तथा NIA के समीप रेलवे का भी एक स्टेशन निर्धारित करने से NIA को रेलकनेक्टिविटी की सुविधा भी दिल्ली-मुम्बई, दिल्ली- कलकत्ता तथा ईस्टर्नफ्रेट कॉरीडोर से ही मिल जायेगी। इससे अन्तर्राष्ट्रीय जेवर एयरपोर्ट पर आने या वहाँ से कही भी जाने वाले पैसेजर्स एवं कार्गो को इसका सीधा लाभ कनेक्टिविटी का मिलेगा। साथ-ही-साथ इस क्षेत्र में कार्गो हब व पैसेन्जर कनेक्टिविटी से रोजगार का भी सृजन एवं लॉजिस्टिक्स के विकास को गति भी मिलेगी व अन्य सभी औद्योगिक गतिविधियों को भी काफ़ी ज्यादा बल मिलेगा। ये दोनों रेल कनेक्टिविटी रेलवे मंत्रालय के लिए भी काफ़ी ज्यादा उपयोगी व्यावसायिक निवेश होगा ।