Ainnews1.Com : नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर पर दिए कथित बयानों को लेकर अब भी देश में तनाव का माहौल बना हुआ है. कई राज्यों में अलग अलग जगह से हिंसा की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. तमाम मुस्लिम देशों ने भी इन बयानों को लेकर भारत के सामने आपत्ति जताई. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने भारत से इन हिंसा करने वालों को रोकने की अपील की है. नूपुर शर्मा के पैगंबर पर दिए कथित विवादित बयान को लेकर पूछे गए सवाल का संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है. भारत से अपील की है कि कथित धार्मिक मतभेदों और घृणा पर आधारित हिंसा की घटनाओं को जल्द से जल्द रोकना चाहिए. उन्होंने किसी भी तरह की हिंसा को जल्द रोकने का आह्वान किया है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुतारेस ने हर धर्म के पूर्ण सम्मान की बात कही है.पैगंबर के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भारत में हुई हिंसा को लेकर संयुक्त राष्ट्र के रुख के बारे में पूछे जाने पर दुजारिक ने कहा कि हमारा रुख धर्म का पूर्ण सम्मान करना है , किसी भी तरह के नफरती भाषण और उकसावे के बोल और किसी भी प्रकार की हिंसा, विशेष रूप रूप से धार्मिक मतभेद और नफरत पर आधारित हिंसा को जल्द से जल्द रोकना होगा .पैगंबर पर कथित विवादित बयानों को लेकर भाजपा 5 जून को अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल भी कर चुकी है. इतना ही नहीं दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित भी किया जा चुका है. टिप्पणी पर मुस्लिम समूहों के विरोध के बीच, पार्टी ने अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने और इन सदस्यों से खुद को दूर करने के उद्देश्य से एक बयान भी जारी कर दिया . जिसमें कहा गया था कि भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है और करती रहेगी और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है.विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देता आया है . एक धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं जिनकी हम निंदा करते है .
वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों से मेल नहीं खाते . विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह ही कहा था कि संबंधित निकायों द्वारा इन व्यक्तियों के खिलाफ पहले ही कड़ी और उचित कार्रवाई की जा चुकी है.