Ainnews1.Com :नई दिल्ली, जून 17। स्विट्जरलैंड के बैंकों में भाररीय कंपनियों और लोगों का पैसा 2021 के दौरान 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है। यह बीते 14 साल का सबसे उच्चस्तर है। यह जमा पैसा बढ़कर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक (30,500 करोड़ रुपये से अधिक) तक है। इसमें भारत में स्विट्जरलैंड के बैंकों की शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों में जमा पैसे भी शामिल है। स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक (एसएनबी) की तरफ से जारी वार्षिक आंकड़ों
में यह जानकारी अब सामने आई है।वहीं इससे पहले वर्ष 2020 के अंत तक स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीय का धन 2.55 अरब स्विस फ्रैंक (20,700 करोड़ रुपये) ही था। इसके अलावा, भारतीय ग्राहकों के बचत या जमा खातों में जमा राशि दो साल की गिरावट की बाद 2021 में लगभग 4,800 करोड़ रुपये बढ़कर 7 साल के सबसे उच्चस्तर पर पहुंच गई है। आंकड़ों के अनुसार, स्विट्रलैंड के बैंकों पर 2021 के अंत तक भारतीय ग्राहकों की अब कुल देनदारी 383.19 करोड़ स्विस फ्रैंक है। इसमें से 60.20 करोड़ स्विस फ्रैंक ग्राहकों की कुल जमा राशि के रूप में हैं, जबकि 122.5 करोड़ स्विस फ्रैंक अन्य बैंकों के जरिये भी रखे गए हैं। इसके अलावा 30 लाख स्विस फ्रैंक ट्रस्ट के माध्यम से ही रखे हैं।यह आंकड़े स्विस बैंकों की तरफ से एसएनबी को दिए । यह स्विस बैंकों में भारतीयों के काले धन को नहीं दर्शाते हैं।
इन आंकड़ों में वह धन भी शामिल नहीं है, जो भारतीयों, प्रवासी भारतीयों या अन्य लोगों के पास स्विस बैंकों में किसी तीसरे देश की इकाइयों के नाम पर हो। स्विस सरकार हालांकि स्विस के बैंकों में जमा भारतीयों के धन को बिलकुल भी ‘काला धन’ नहीं मानती है।
स्विस बैंकों का कहना है कि उसने कर चोरी के खिलाफ लड़ाई में हमेशा सक्रिय रूप से भारत का समर्थन किया है।आंकड़ों के अनुसार, विदेशी ग्राहकों की बात की जाए, तो स्विस बैंकों में ब्रिटेन का 379 अरब स्विस फ्रैंक भी जमा है, जो सबसे अधिक है। इसके बाद अमेरिका के ग्राहकों का स्विस बैंकों में 168 अरब स्विस फ्रैंक ही है। 100 अरब से अधिक जमा वाले ग्राहकों की सूची में केवल अमेरिका और ब्रिटेन शामिल हैं। वहीं पाकिस्तान के नागरिकों की जमा राशि भी स्विस बैंकों में बढ़कर 71.2 करोड़ स्विस फ्रैंक और बांग्लादेश के ग्राहकों की जमा राशि बढ़कर 87.2 करोड़ स्विस फ्रैंक तक हो गई।