Ainnews1.Com : दिल्ली केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ शुरू करने जो ऐलान किया है. इस योजना का देशभर में विरोध होना शुरू हो गया है. योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पिछले तीन दिनों में कई ट्रेनों में आग तक लगा दी है.
ट्रेनों में आग के कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि प्रदर्शनकारी योजना का विरोध जताने के लिए जिन ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं राष्ट्र का वो कितने रुपये का नुकसान कर रहे है कितने रूपये मे बनती हैं एक बोगी ? एक ट्रेन को बनाने के खर्च को समझने से पहले ये पता हो कि ट्रेन के दो हिस्से होते हैं.
पहला हिस्सा ट्रेन के इंजन क़ो कहते है. वहीं ट्रेन का दूसरा हिस्सा उसके कोच क़ो कहा जाता हैं. ट्रेन के इंजन से ही पूरी ट्रेन को कंमाड भी दी जाती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,एक ट्रेन के एक इंजन को बनाने में करीब 20 करोड़ रुपये तक का खर्चा आता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये खर्चा तो काफी कम है, क्योंकि अब ट्रेन के इंजन भारत में ही बनते हैं.ट्रेन के इंजन के अलावा उसमें कई तरह के कोच भी होते हैं. ट्रेन के एक कोच को बनाने में करीब 2 करोड़ रुपये का खर्चा आ जाता है. हालांकि इनकी कीमत कोच की सुविधाओं के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है. जनरल और स्लीपर के मुकाबले एसी कोच बहुत महंगे होते हैं. इस हिसाब से देखा जाए तो किसी एक्सप्रेस ट्रेन को बनाने में करीब 68 करोड़ रुपये तक का खर्चा आ सकता है.
एक्सप्रेस ट्रेन में 24 कोच होते हैं. तो 2 करोड़ रुपये प्रति कोच के हिसाब से इसकी कीमत 48 करोड़ रुपये तक हो जाती है. वहीं इसके इंजन की कीमत 20 करोड़ रुपये तक हो सकती है. वहीं, एक सामान्य पैसेंजर ट्रेन को बनाने में कुल 50 से 60 करोड़ रुपये तक का खर्च आता है. क्योंकि इन ट्रेनों के कोच में एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले सुविधाएं थोड़ी कम होती हैं.तो ख़र्च भी थोड़ा कम हो जाता है.