Ainnews1.Com : 10 जून को देवबंद में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 11 युवकों में से 10 को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रविवार को उन्हें जेल से रिहाई मिल गई. हालांकि एक नाबालिक को अभी रिहाई नहीं मिली पाई है।भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में की गई गुस्ताखी को लेकर 10 जून को देवबंद में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने पूरी कोशिश का प्रयोग करके आठ युवकों को हिरासत में ले लिया जिसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें जेल भी भेज दिया था। बाद में तीन और यूवकों को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। इस मामले में जमीयत उलमा ए हिंद द्वारा युवकों का केस भी लड़ा गया, जिन को शनिवार को कोर्ट ने जमानत दे दी और रविवार को देवबंद जेल को उनकी रिहाई का परवाना मिल गया मिलने के बाद 10 युवक रिहा कर दिए गए, हालांकि एक नाबालिक को तो अभी जमानत नहीं मिली है। जेल से रिहा होकर घर पहुंचे युवकों के घर वालों ने उन्हें गले लगा लिया और करीब 10 दिन बाद अपने बच्चों को सही सलामत पाकर घरवालों की आंखों में खुशी से आंसू रुक नहीं रहे । देवबंद में 10 जून को पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के विरोध में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन व पत्थर बाजी हुई थी ।
हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। मामले में पुलिस ने दानिश, मोहम्मद लुकमान, मोहम्मद काशिफ, फज़लुकरीम, जुबेर अब्बास, शाह आलम और शाहनवाज को मौके से ही गिरफ्तार किया था। 11 जून को अजीम, सादिक और जुबेर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने सभी के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 332, 353, 504, 506 और 7 क्रिमिनल ला एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया ।
मुकदमे में 40 से 50 अज्ञात युवकों को भी और शामिल किया गया था। इस मामले में 11 युवकों को जेल भी भेजा गया था, जिसमें से शनिवार को 10 को जमानत मिल गई थी और रविवार को वह जेल से रिहा होकर अपने घर पहुंच गए।