Delhi Building Collapse: NDRF Conducts Rescue Operations in Mustafabad, 4 Dead, 12 Feared Trapped
दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत गिरी: NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 4 की मौत, 12 दबे होने की आशंका
AIN NEWS 1: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां एक रिहायशी इमारत अचानक ढह गई। इस हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 12 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), दमकल विभाग और अन्य राहत एजेंसियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पूरे इलाके में अफरातफरी का माहौल है और स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।
हादसा कैसे हुआ?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह इमारत काफी पुरानी बताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत की हालत पहले से ही खराब थी और उसमें दरारें भी आ चुकी थीं। फिर भी, उसमें लोग रह रहे थे। आज सुबह अचानक यह इमारत भरभरा कर गिर गई, जिससे नीचे खड़े लोग और अंदर रह रहे परिवार इसके नीचे दब गए।
NDRF का बयान
NDRF के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) मोहसिन शाहेदी ने बताया कि मलबे में अभी भी करीब 12 लोगों के फंसे होने की आशंका है। राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है और मशीनों के साथ-साथ मैनुअल प्रयासों से भी मलबा हटाया जा रहा है।
DIG शाहेदी ने बताया, “हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। हमने मौके पर एक्सपर्ट टीम भेजी है, जो मलबे के अंदर मौजूद जीवन के संकेतों की पहचान करने वाले उपकरणों की मदद से काम कर रही है।”
मौके पर तैनात एजेंसियां
NDRF की विशेष टीम
दमकल विभाग की यूनिट्स
दिल्ली पुलिस
स्थानीय प्रशासन और नगर निगम की टीमें
ऐंबुलेंस सेवा और मेडिकल स्टाफ
इन सभी एजेंसियों के तालमेल से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मौके पर क्रेन, जेसीबी और गैस कटर जैसे उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है ताकि मलबे को जल्द से जल्द हटाया जा सके।
स्थानीय लोगों की भूमिका
स्थानीय निवासियों ने बताया कि हादसा होते ही सबसे पहले वे ही मौके पर पहुंचे और लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे। एक चश्मदीद ने बताया, “हमने तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाला। एक बच्ची की हालत बहुत गंभीर थी, जिसे तुरंत अस्पताल भेजा गया।”
घायलों का इलाज
घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार घायलों की देखभाल कर रही है और उन्हें जरूरी चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि हादसे की जांच कराई जाएगी और अगर इमारत अवैध या कमजोर पाई जाती है तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इलाके की अन्य जर्जर इमारतों का सर्वे भी शुरू किया जाएगा।
इमारत की वैधता पर सवाल
स्थानीय निवासियों और अधिकारियों के बीच बातचीत में यह सामने आया कि इमारत की हालत पहले से खराब थी और उसके निर्माण में कई खामियां थीं। नगर निगम के अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है और कहा है कि अगर इमारत अवैध रूप से बनाई गई थी या पुराने निर्माण नियमों का उल्लंघन किया गया था, तो संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आगे की योजना
NDRF और प्रशासन ने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तब तक चलेगा जब तक मलबे में फंसे आखिरी व्यक्ति को नहीं निकाला जाता। साथ ही मलबा हटने के बाद एक विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
मुस्तफाबाद की यह घटना न सिर्फ एक दर्दनाक हादसा है, बल्कि यह राजधानी में बिल्डिंग सेफ्टी को लेकर बड़ी चेतावनी भी है। समय पर कार्रवाई और राहत कार्य के बावजूद चार लोगों की जान चली गई और कई परिवारों की जिंदगी प्रभावित हो गई है। यह जरूरी हो गया है कि प्रशासन और आम जनता दोनों मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाएं।
In a tragic incident, a building collapsed in Delhi’s Mustafabad area, resulting in the death of four individuals and leaving around twelve people feared trapped under the debris. The National Disaster Response Force (NDRF), along with local agencies, is actively carrying out a massive search and rescue operation. This Delhi building collapse has shocked the local community and raised serious concerns about construction safety standards. Stay updated on the latest developments in the Mustafabad building accident and the NDRF rescue mission.