AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को एक ट्रक से टक्कर लगने के बाद एक कॉन्स्टेबल की दर्दनाक मौत हो गई। यह पूरा हादसा रामादेवी चौराहा के पास का बताया जा रहा है। यह ट्रक काफ़ी तेज रफ्तार से चल रहा था और इसने बाइक सवार कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह को टक्कर मारकर कुचल दिया। उनके सिर पर पहिया चढ़ने से कॉन्स्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई।
इस समय यह कॉन्स्टेबल कानपुर के ही नौबस्ता थाने में तैनात था और यह बीते कई दिनों से ही गैरहाजिर भी चल रहा था। इसी कॉन्स्टेबल ने ही कुछ महीने पहले अपने ही आधिकारी जिनमें DCP समेत 11 ओर लोगों के नाम से एक सुसाइड नोट भी लिखा था। ऐसे में इसके परिवार के लोग इसकी हत्या की भी आशंका जता रहे हैं। यह तेज रफ्तार ट्रक बाईक को टक्कर मार कर कॉन्स्टेबल को कुचल दिया जो नौबस्ता थाने में ही बतौर कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह ( 37 ) तैनात थे, लेकिन कई दिनों से वह अपनी ड्यूटी से गैर हाजिर भी चल रहे थे। सोमवार सुबह को करीब 11:45 बजे रामादेवी चौराहा सब्जी मंडी के पास में तेज रफ्तार ट्रक ने यह टक्कर मार दी और फिर कुचल दिया। इसके बाद मौके से ट्रक का ड्राइवर गाड़ी लेकर भाग भी निकला। इस सड़क हादसे में कॉन्स्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई। जिसकी सूचना मिलते ही चकेरी पुलिस वहा मौके पर पहुंची और इसकी जांच-पड़ताल की।
जान ले जेब में मिले आईकार्ड से हुई कॉन्स्टेबल की शिनाख्त
इस मृतक की जेब से जब पुलिस विभाग का आईकार्ड मिला तो जयवीर की शिनाख्त हुई । चकेरी पुलिस ने ही इस हादसे की जानकारी परिवार और पुलिस अफसरों को भी दी। इसके बाद उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे की पूरी जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोग वहा पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। वहीं चकेरी थाने से लेकर कई थानों का फोर्स भी पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचा। पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार ने इस पूरे मामले की जानकारी ली और इस परिवार को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया।
जान ले इसी कॉन्स्टेबल ने ही DCP समेत 11 लोगों के खिलाफ लिखा था एक सुसाइड नोट
इस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले कॉन्स्टेबल जयवीर सिंह इस समय नौबस्ता थाने में ही तैनात थे। इससे पहले वह साढ़ थाने में तैनात थे। जयवीर को मारपीट के एक मामले में ही सस्पेंड भी कर दिया गया था। इससे परेशान होकर जयवीर ने अपने मोबाइल फोन के वॉट्सऐप स्टेटस पर अपना सुसाइड नोट भी पोस्ट अपडेट किया। इसमें उन्होने एक कागज पर उनके द्वारा डाई पीने से मौत के अलावा आत्महत्या की तारीख 14 नवंबर और समय सुबह 9:45 बजे भी लिखा ।इसके बाद इसमें उन्होने नीचे 6 पुलिसकर्मियों के नाम भी लिखे। इनमें उस दौरान तैनात रहे चकेरी इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप सिंह का नाम भी सबसे ऊपर ही लिखा हुआ था। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल दिवाकर द्विवेदी, अवधेश, महेंद्र सिंह, रामपाल और कॉन्स्टेबल जुबेर का नाम भी लिखा था। इन सभी पर ही इस कॉन्स्टेबल ने उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सुसाइड करने की बात भी लिखी थी। इसके बाद से हरकत में आई पुलिस ने कॉन्स्टेबल को मोतीझील के पास से उस समय दबोच लिया और उसकी पिस्टल को भी विभाग में ही जमा करा दिया था।