AIN NEWS 1: बता दें कौशांबी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सगे बड़े बेटे योगेश मौर्य पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का गम्भीर आरोप लगा है। शनिवार को इसके विरोध में आस-पास के लोगों ने वहा पर पथराव और तोड़फोड़ भी की। यहां पर हंगामा बढ़ता देख पुलिस और प्रशासन के सीनियर अफसर भी मौके पर पहुंचे। वहा पर मामले को किसी तरह से शांत करा लिया गया। और जिस जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया जा रहा है। वह पूरी ज़मीन योगेश मौर्य के स्कूल के सामने की ही बताई जा रही है। फिलहाल, इस पूरे मामले में ही प्रशासन ने अपनी चुप्पी साध ली है। इस मामले में उनका सिर्फ यही कहना है कि अच्छी तरह से नाप-जोख के बाद ही कोई कुछ कह सकते हैं।
जान ले इस स्कूल के प्रबंधक हैं डिप्टी सीएम के बेटे
यहां आपकों बता दें सरदार पटेल नगर में ही आर्य पब्लिक स्कूल स्थित है। इस स्कूल के प्रबंधक डिप्टी सीएम के बड़े बेटे योगेश मौर्य ही हैं। यहां पर ग्रामीणों का आरोप है कि शनिवार दोपहर करीब 1 बजे स्कूल से सटी हुई जमीन पर एक लोहे का बड़ा सा कंटेनर क्रेन से लाकर रख दिया गया। इसके बाद वहा पर JCB से मिट्टी बराबर करा दी गई। और अब उस पर अवैध निर्माण की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
इस बात की भनक लगते ही गांव के लोग वहा पर जुट गए। ग्रामीण यहां पर कंटेनर रखे जाने का विरोध करने लगे। ग्रामीणों ने यहां पर विरोध करते हुए कहा कि यह जमीन हमारी है। इसके बाद स्कूल प्रबंधन और ग्रामीणों में काफ़ी ज्यादा झड़प हो गई। फिर गुस्साए ग्रामीणों ने कंटेनर में भी तोड़-फोड़ कर दी। बवाल होने की सूचना पर SDM मंझनपुर आकाश कुमार और CO अभिषेक सिंह फोर्स के साथ वहा मौके पर पहुंचे। उन्होने किसी तरह से ग्रामीणों को समझा-बुझाकर यह मामला शांत कराया।
वहा पर ग्रामीण ने कहा- पिछले 100 सालों से हम लोग इस पर रह रहे है
वही पर ग्रामीण महिला ने कहा, यह जमीन हुबलाल, सुखलाल, फूलचंद्र, बच्ची लाल के नाम बैनामे के जरिए खरीदी गई है। जिस पर वह पिछले 100 सालों से पूरी तरह से काबिज हैं। लेकीन अब डिप्टी सीएम के बेटे ने अपने स्कूल के बगल की जमीन पर ही अवैध कब्जा कर रहे हैं। हम लोगों की तो कोई सुनने वाला नहीं है। शासन और सत्ता के होने के कारण अफसर भी डिप्टी सीएम के बेटे की ही हां में हां मिला रहे हैं।
इस पूरे मामले में “योगेश बोले- प्रशासन जमीन की नाप-जोख कर रहा, वह ही फैसला करेगा
इस पूरे मामले पर योगेश मौर्य ने जब इस मसले पर बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने अपना पक्ष रखने से ही साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने सिर्फ यही कहा कि प्रशासन इस जमीन की नाप जोख कर रहा है। अब वह ही फैसला करेगा, आप सभी उन्हीं से बात करें।
इस पूरे मामले में DM मंझनपुर आकाश कुमार ने बताया, “मामला राजस्व क्षेत्र सिराथू SDM से जुड़ा हुआ है। वहीं आकर इसका फैसला भी करेंगे।” जह हमने SDM सिराथू सौम्य मिश्रा से विवाद के बारे में सवाल किया तो उन्होंने भी जमीन की नाप-जोख होने से पहले कुछ भी कहने से पूरी तरह से साफ इनकार कर दिया है। इस पूरे मामले में सिराथू एसडीएम का कहना है कि वहां विवाद जैसी कोई भी स्थिति नहीं है।
पता चला है “जमीन की कीमत 4 करोड़ से अधिक
हमारे राजस्व सूत्रों के मुताबिक, “विवादित जिस भी जमीन पर कब्जे का प्रयास स्कूल प्रशासन कर रहा है। उसका बड़ा भाग (2 घे 5 बिस्वा) हुबलाल और उनके भाइयों के नाम से ही दर्ज है। इसमें ग्राम सभा भदेसर की सरकारी भूमि ग्रामीण हुबलाल और उनके भाइयों के खेत से ही जुड़ी हुई है। यहां पर इसकी मौजूदा कीमत 4 करोड़ से अधिक की आंकी जा रही है। जिस पर यहां ग्रामीण और स्कूल प्रशासन की भी नजर है।
इस पूरे मामले में कांग्रेस का डेलीगेशन
इस पूरे मामले में कांग्रेस भी एक्टिव हो गई है। प्रदेश आलाकमान ने मौके पर एक डेलीगेशन भेजने का निर्देश दिया है। रविवार को ही कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष अरुण विधार्थी, वरिष्ठ नेता मो. शाहिद सिद्दीकी, AICC सदस्य तमजीद अहमद, पीसीसी सदस्य जितेंद्र शर्मा, पीसीसी सदस्य सावित्री देवी, पार्षद भारत गौतम, इजहार अब्बास, भूपेंद्र पटेल, मोहम्मद रजा, जगजीत पासी, सत्यदेव सरोज, नवाब ईशा, प्रदीप दिवाकर, मो. अकरम ग्रामीणों से बात करने मौके पर ही पहुंचेंगे। ये इस पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश आलाकमान को भी सौंपेंगे।