AIN NEWS 1 G 20 Summit 2023 potcome: जैसा कि आप जानते है भारत में आयोजित इस जी 20 सम्मेलन(g 20 meeting) को कई दशकों तक याद रखा जाएगा. अगर नई दिल्ली के घोषणापत्र(news delhi g 20 declaration) देखें तो सभी सदस्य देशों ने भारत के विचारों को ना सिर्फ सराहा है बल्कि उन्होने इन्हे जगह भी दी. शायद ही ऐसा कोई नेता यहां रहा हो जिसने पीएम मोदी के विचारों या यूं कहें कि भारत के नजरिए से खुद को अलग रक्खा हो. इनमे देश और चेहरे तो भले ही अलग अलग नजर आए हो लेकिन भारत की जमीन पर अलग अलग विचार मिलकर एक साझा आवाज बन गए.यहां पर 100 से अधिक मुद्दो पर आम सहमति भी बनी वो भी उस समय जब अमेरिका-चीन(america china stadoff) के बीच तनाव पूरी तरह से चरम पर है वहीं रूस- यूक्रेन एक दूसरे से पूरी तरह से उलझे हुए हैं. पूरी दुनिया ही इस समय बदलती जलवायु से काफ़ी परेशान है। अब इससे पूरी तरह से निपटने के लिए भारत और ब्रिटेन एक साथ आ गए हैं। दरअसल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर एक ख़ास घोषणा की कि वह जलवायु सहायता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए वह ग्रीन क्लाइमेट फंड (जीसीएफ) को अरबों डॉलर देने को तैयार हैं।
उन्होने किया एक साथ काम करने आह्वान
भारत में ही ब्रिटिश उच्चायोग ने भी बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री सुनक ने नेताओं से इस दिसंबर में COP28 शिखर सम्मेलन से पहले ही एक साथ काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एकजुट होकर काम किया जाए तो देशों के कार्बन उत्सर्जन को काफ़ी हद तक कम किया जा सकेगा और जलवायु परिवर्तन के परिणामों से भी निपटने के लिए कमजोर अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन कर सकेंगे।
जान ले अब इतने अरब देगा जीसीएफ को
ब्रिटिश के पीएम ने दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने में पूरी तरह से मदद करने के लिए एक बड़ी राशि प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर अपना एलान किया कि ब्रिटेन ग्रीन क्लाइमेट फंड को 2 अरब डॉलर प्रदान करेगा। यह राशि यूके द्वारा की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग मानी जा रही है।जीसीएफ को COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद से 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था।