Akhilesh Yadav Raises Questions on Stampede Death at Sangam Nose, Accuses Govt of Hiding Data
अखिलेश यादव का आरोप – संगम नोज हादसे में मौत का आंकड़ा छिपा रही है सरकार, मुआवज़ा अब तक नहीं मिला
AIN NEWS 1: प्रयागराज में संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे में झारखंड के निवासी शिवराज गुप्ता की मौत हो गई थी, लेकिन सरकार ने अब तक न तो मुआवज़ा दिया है और न ही इस घटना की पारदर्शिता से जांच की है।
शिवराज गुप्ता की मौत की पुष्टि और परिजनों का दर्द
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में बताया कि शिवराज गुप्ता उस रात संगम नोज पर मौजूद थे जब भगदड़ मची थी। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। अखिलेश ने आगे कहा कि इस बात की पुष्टि उनके परिवार ने की है और उनका भतीजा भी उनके साथ मौजूद था। लेकिन इतने दिनों के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
सरकार पर डेटा छिपाने का आरोप
अखिलेश यादव ने सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि “सरकार जानबूझकर इस हादसे से जुड़े आंकड़े छिपा रही है ताकि उन्हें मुआवज़ा न देना पड़े।” उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार कितने लोगों की जान गई है, इसका सही आंकड़ा क्यों नहीं बता रही है? उन्होंने दावा किया कि शिवराज गुप्ता का मामला केवल एक उदाहरण है, और भी कई ऐसी कहानियां हैं जो सामने नहीं आ सकी हैं।
प्रशासन का रवैया और परिजनों पर दबाव
अखिलेश यादव ने बताया कि केवल मुआवज़ा न देना ही नहीं, बल्कि अब प्रशासन पीड़ितों के परिवारों पर दबाव भी बना रहा है कि वे इस मामले को न उठाएं। उन्होंने कहा कि शिवराज गुप्ता के परिवार के लोगों को धमकाया जा रहा है ताकि वे चुप रहें। यह न केवल अन्याय है, बल्कि लोकतंत्र और मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है।
जनता से अपील और सरकार से सवाल
अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने जनता से अपील की कि वे सरकार से सवाल करें। उन्होंने कहा, “अगर आज हम सवाल नहीं पूछेंगे, तो कल कोई भी घटना दबा दी जाएगी। हमें पीड़ितों के साथ खड़ा होना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्हें न्याय मिले।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आने वाले चुनाव पर असर
इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस घटना को लेकर प्रदेश भर में जनजागरण अभियान शुरू कर सकती है। यह मुद्दा आगामी चुनावों में भी एक बड़ा विषय बन सकता है, जहां सरकार की जवाबदेही और पारदर्शिता पर सवाल उठेंगे।
मृतक के परिजनों की मांग
शिवराज गुप्ता के परिवार की ओर से साफ कहा गया है कि उन्हें सरकार की तरफ से किसी भी तरह की सहायता नहीं मिली है। उनका कहना है कि पहले तो मौत को लेकर ही प्रशासन ने चुप्पी साधी, और अब जब मीडिया में मामला आया है, तब भी कोई अधिकारी उनसे संपर्क करने नहीं आया।
समाजवादी पार्टी की मांगें
समाजवादी पार्टी ने निम्नलिखित मांगे रखी हैं:
1. हादसे में मारे गए लोगों की संख्या को सार्वजनिक किया जाए।
2. प्रत्येक पीड़ित परिवार को उचित मुआवज़ा दिया जाए।
3. प्रशासन की जवाबदेही तय की जाए।
4. पीड़ित परिवारों पर दबाव बनाना तुरंत बंद किया जाए।
सरकार की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं
इस पूरे मामले में अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। प्रशासनिक अधिकारियों से भी इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। इससे विपक्ष के आरोप और भी मजबूत होते दिख रहे हैं।
प्रयागराज के संगम नोज पर हुए हादसे को लेकर सरकार की चुप्पी और प्रशासनिक रवैये ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही है और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग कर रही है। अब देखना यह है कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और पीड़ित परिवारों को न्याय कब मिलेगा।
Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav, during his visit to Prayagraj, accused the UP government of hiding the actual data related to the Sangam Nose stampede where a man named Shivraj Gupta died. He claimed that the government is trying to suppress the incident to avoid paying compensation. Yadav emphasized that several families are still awaiting justice and accused the administration of creating pressure on victims’ relatives. This political reaction on the Prayagraj stampede has sparked a fresh wave of controversy, demanding accountability and transparency from the authorities.