AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद पुलिस एक बार फिर से दागदार हुई है। इस बार पासपोर्ट वेरिफिकेशन की रिपोर्ट को ठीक लगाने के नाम पर ही हेड कांस्टेबल ने कुल 500 रुपए की रिश्वत वसूली । लेकीन ये पूरा घूसकांड इस बार मोबाइल कैमरे में कैद हो गया। और इसकी VIDEO वायरल होते ही पुलिस अफसर तुरंत हरकत में आ गए। उन्होने हेड कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उसके खिलाफ थाना इंदिरापुरम में एक केस भी दर्ज किया गया है। इस हेड कांस्टेबल का नाम सचिन राघव बताया गया है, जो की इंदिरापुरम थाना क्षेत्र स्थित शिप्रा मॉल पुलिस चौकी पर ही तैनात है। इस पूरे वीडियो में सिपाही कुर्सी पर बैठकर अपनी टैबलेट पर कुछ देख रहा था। तभी उसके सामने बैठे शख्स ने उसे 500 रुपए पकड़ाए। इसमें एक नोट 200 का और तीन नोट 100-100 के थे। ये रुपए लेकर इस हेड कांस्टेबल ने टेबल की दराज में रख दिए । पूरे 45 सेकेंड का ये वीडियो शनिवार देर शाम सोशल मीडिया पर काफ़ी ज्यादा वायरल हो गया।
इस पूरे मामले में DCP (ट्रांस हिंडन) शुभम पटेल ने बताया
इस मामले का संज्ञान लेते हुए इस पुलिसकर्मी के विरुद्ध थाना इंदिरापुरम में ही भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही उसे सस्पेंड करते हुए उसके खिलाफ़ विभागीय जांच आरंभ कर दी गई है। एसीपी स्तर के अधिकारी को ये जांच सोप दी गई है।
गाजियाबाद पुलिस के कुछ मामले जो हाल ही मे आए सामने
1• 10 सितंबर को ही कविनगर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा पर भी FIR दर्ज हुई। आरोप है कि दरोगा ने एक मुकदमे में चार्जशीट लगाने के नाम पर वहा एक लाख रुपए घूस मांगी थी।
2.03 अगस्त को मसूरी थाने में ही तैनात दरोगा रणविजय प्रताप सिंह पर भी भ्रष्टाचार का केस दर्ज हुआ। आरोप है कि लकड़ी कारोबारी पर दर्ज एक मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के नाम पर इन दरोगा ने रुपए मांगे थे।
3.21 जुलाई को भी शालीमार गार्डन चौकी पर तैनात हेड कांस्टेबल धीरज चतुर्वेदी और कांस्टेबल इंद्रजीत भी गिरफ्तार हुए। उन्होंने भी दो चोरों को साढ़े तीन लाख रुपए लेकर छोड़ दिया था।