जिला अस्पताल की ओपीडी में एक बेड पर भर्ती दो मरीज !
दिन पर दिन मौसम बदले के चक्कर में बीमारियां भी काफी ज्यादा बढ़ रही है आये दिन नये केस सामने आ रहे है जिले में बुखार से लोगों का बुरा बेहाल है। जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड फुल हैं । हाल यह है कि एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। 10 प्रतिशत से अधिक मरीजों को रोजाना बाहर के अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। बुखार के बाद कमजोरी, शरीर में दर्द से लोग परेशान हैं। उमस भरी गर्मी और धूप से वायरल और बुखार के मामले बढ़ रहे है। जिले सरकारी अस्पतालों में 761 बुखार के मरीज इलाज कराने पहुंचे। आपको बता दे कि 24 घंटे में एमएमजी में 135 और सयुंक्त अस्पताल में 80 मरीजों को भर्ती किया गया। बता दे कि 15 से अस्पताल में बुखार, सांस फूलने, शरीर में दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
बता दे कि गाजियाबाद मे जितने भी सरकारी अस्पलात है उन सब पर मरीजो की लाइन लगी हुई है , एमएमजी, संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोनी, डासना, मोदीनगर और मुरादनगर में प्रतिदिन वायरल और बुखार वाले मरीजों की लबीं लाइन लग रही है। वही अस्पताल में आने वाले मरीजों में डायरिया और गैस्ट्रोइंटाइटिस. पेट दर्द के भी मरीज आ रहे है। वही बढ़ते मरीजों के चक्कर में अस्पताल मे बेड पूरी तरह से फुल है और फुल होने की स्थिति में ठीक से सुधार नही हो पा रहा है । वही आपको बता दे गुरुवार को भी एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में अधिकांश बेड पर 2-2 मरीजों का उपचार चल रहा था। जबकि वार्ड में भी अधिकांश बेड फुल ही रहे। वहीं सयुंक्त अस्पताल में भी 110 मरीज भर्ती है।
डॉ मनोज कुमार ने दी जानकारी
एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि गुरुवार को वार्डो में 122 मरीज इमरजेंसी में 20 से ज्यादा मरीज और इमरजेंसी में मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर बेड पर दो मरीजों को लिटाया गया।
इमरजेंसी में 10 बेड है और आठ बेड पर दो-दो मरीज भर्ती थे। इसके अलावा पांच बेड वाले होल्डिंग एरिया में भी सभी बेड फुल थे। साथ ही डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि सयुक्त अस्पताल में वार्डों में 100 बेड है और 108 मरीज भर्ती है । वही इमरजेंसी में 10 बेड और होल्डिंग एरिया में भी 10 बेड है। दोनों वार्डों में सभी बेड पर मरीज भर्ती थे। सबसे ज्यादा मरीज अस्पताल में पेट सबंधी रोगियों की संख्या ज्यादा बनी हुई है ।