Lawyer Assaulted in Dhoomanganj Police Station, Protests Erupt, Inspector Suspended
धूमनगंज थाने में अधिवक्ता से मारपीट, साथी वकीलों का हंगामा, दरोगा सस्पेंड
AIN NEWS 1: प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में रविवार को एक हाईकोर्ट अधिवक्ता के साथ थाने में मारपीट का मामला सामने आया है। कार एक्सीडेंट की शिकायत लेकर पहुंचे अधिवक्ता को थाने में मौजूद दरोगा ने पीट दिया। घटना की जानकारी मिलते ही दर्जनों अधिवक्ता थाने पर पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। मामले ने तूल पकड़ते ही आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है और एफआईआर भी दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
रविवार दोपहर लगभग 12:30 बजे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य अधिवक्ता अभिषेक मिश्रा अपनी कार से घर लौट रहे थे। इस दौरान धूमनगंज क्षेत्र में एक अन्य कार ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी, जिससे उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना की शिकायत करने के लिए वह सीधे धूमनगंज थाने पहुंचे।
लेकिन शिकायत दर्ज करने की बजाय, वहां मौजूद दरोगा आकाश यादव ने अधिवक्ता से अभद्र व्यवहार किया और कथित रूप से उनकी पिटाई भी कर दी। इसके बाद उन्हें थाने में बैठा लिया गया।
वकीलों का आक्रोश, थाने पर धरना
जैसे ही इस घटना की जानकारी अधिवक्ताओं को मिली, दर्जनों साथी अधिवक्ता थाने पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और थाने में ही धरना देने लगे। उनका साफ कहना था कि जब थानों में अधिवक्ताओं के साथ ऐसी बदसलूकी हो सकती है, तो आम जनता के साथ क्या होता होगा?
थाना प्रभारी अमरनाथ राय ने मौके पर पहुंचकर अधिवक्ताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.
प्रशासन की कार्रवाई, दरोगा सस्पेंड
स्थिति को संभालने के लिए एसीपी धूमनगंज अजेंद्र यादव खुद थाने पहुंचे और अधिवक्ताओं से बातचीत की। अधिवक्ता अभिषेक मिश्रा की तहरीर पर दरोगा आकाश यादव और अज्ञात कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
इसके बाद डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने आरोपी दरोगा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच के आदेश एसीपी को सौंपे।
धरना समाप्त, अधिवक्ताओं की चेतावनी
जैसे ही दरोगा के निलंबन की सूचना अधिवक्ताओं को मिली, उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
धरने में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव संतोष मिश्रा, रंजीत पाल, कमल सिंह, रामानुज सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।
चार दिन में दूसरी घटना, पुलिस पर गंभीर सवाल
यह घटना चार दिन के भीतर वकीलों के साथ पुलिस द्वारा की गई दूसरी मारपीट की घटना है। इससे पहले गुरुवार को औद्योगिक नगर थाने में भी एक अधिवक्ता की दरोगा संजीव कुमार ने पिटाई कर दी थी। उस मामले में भी वकीलों के प्रदर्शन के बाद दरोगा को सस्पेंड किया गया था।
लगातार हो रही इन घटनाओं से अधिवक्ताओं में भारी नाराजगी है और पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अधिवक्ताओं का कहना है कि पुलिस अब खुद ही कानून को ताक पर रख रही है।
डीसीपी का बयान
डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने कहा कि अधिवक्ता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसीपी धूमनगंज को निर्देश दिए गए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धूमनगंज थाने की यह घटना सिर्फ एक अधिवक्ता के साथ हुई मारपीट नहीं है, बल्कि यह पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और जिम्मेदारी पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न है। जब कानून के जानकार लोगों के साथ ही अन्याय हो रहा है, तो आम जनता की सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निकलकर सामने आता है और दोषियों पर कितनी सख्ती से कार्रवाई होती है।
In a serious case of police brutality, a High Court lawyer was assaulted inside Dhoomanganj police station in Prayagraj after he arrived to lodge a complaint. This incident sparked a massive protest by fellow advocates, demanding justice and action against the accused inspector. The incident highlights increasing tension between police and legal professionals. Following the protest, the inspector was suspended and an FIR was filed. This Prayagraj incident follows a similar lawyer assault case just days earlier, raising concerns about police misconduct in Uttar Pradesh.