AIN NEWS 1 दिल्ली: पुरानी पेंशन बहाली (Old Pension Scheme) की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार 1 अक्टूबर को देश के विभिन्न राज्यों के कर्मचारियों का एक जन सैलाब उमड़ पड़ा. नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम- एनएमओपीएस (NMOPS) के बैनर तले ही इस ऐतिहासिक रैली का आह्वान किया गया था. और इसमें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, सिक्किम से लेकर गुजरात तक से आये हुए लाखों शिक्षक व कर्मचारियों ने एक ही सुर में कहा कि हमारी पुरानी पेंशन बहाल करे भारत सरकार, अन्यथा लोकसभा चुनावों में इस बार चलेगा वोट फ़ॉर ओपीएस अभियान.
इस दौरान विजय बंधु ने कहा:भारत आर्थिक महाशक्ति तो क्यों नहीं दे सकते पेंशन
एनएम ओपीएस के ही राष्ट्रीय अध्यक्ष व पेंशन पुरुष विजय बंधु ने इस पेंशन शंखनाद महारैली को संबोधित करते हुए मंच से कहा कि जब पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कर सकते हैं तो जब विश्व में आज भारत आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित हो चुका है तो वह अपने कर्मचारियों को नियमित पेंशन क्यों नहीं दे सकता है. अगर सरकार ने पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल नहीं किया तो आने वाले चुनाव में चलेगा वोट फ़ॉर ओपीएस (Vote For OPS) अभियान चलाकर पुरानी पेंशन बहाल कराएंगे.
जान ले यहां पर दो दिन पहले से ही जुट रही थी कर्मचारियों की भीड़
यह पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रामलीला मैदान दिल्ली में आयोजित इस रैली में पिछले दो दिन पहले से ही विभिन्न राज्यों के कर्मचारी व उनके नेता भी पहुंचने शुरू हो गये थे. रविवार 1 अक्टूबर को भी शिक्षक व कर्मचारी रामलीला मैदान पर पहुंचना शुरू हो गये थे. दिल्ली रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन से रामलीला मैदान की ओर जाने वाली की सड़कों पर भी NMOPS/ATEWA के टोपी लगाकर हजारों की भीड़ में शिक्षक व कर्मचारी ही दिख रहे थे. कर्मचारी न्यू पेंशन स्कीम (NPS), निजीकरण भारत छोड़ो, पुरानी पेंशन बहाल करो, NMOPS जिंदाबाद, अटेवा जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे थे. अलग राज्यों के कर्मचारियों ने अपने अपने अंदाज में ही सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की अपनी मांग कर रहे थे.
जी स्थित प्रजना:देश का शिक्षक कर्मचारी जागा, लेकर रहेगा पेंशन
इस रैली को संबोधित करते हुए तेलंगाना से आए हुए NMOPS के राष्ट्रीय महासचिव जी. स्थित प्रजना ने भी कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली ये पूरा देश ही एकजुट हो गया है. अब देश का शिक्षक और कर्मचारी जाग गया है, वह अपनी पेंशन लेकर ही रहेगा. चाहे उसके लिये अब उसे कुछ भी करना पड़े. इस रैली का सफल संचालन NMOPS के राष्ट्रीय सचिव डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने ही किया. NMOPS हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव में ही पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दा लोगों के सर पर चढ़ कर बोल रहा था. हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक नागरिक ने ही पुरानी पेंशन बहाल कराने की शपथ ली थी और उन्होंने अपनी शपथ पूरी भी की.
कोजाराम सियाग:सीएम अशोक गहलोत ने पेश किया उदाहरण
राजस्थान NMOPS के प्रदेश अध्यक्ष कोजाराम सियाग ने भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन को बहाल कर पूरे देश में ही एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है. हरियाणा पेंशन बहाली संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने भी कहा कि पुरानी पेंशन हमारे जीवन मरण का प्रश्न है, इसलिए हरियाणा में होने वाले चुनाव में कर्मचारी पुरानी पेंशन को ही मुद्दा बनाएगा. NMOPS उड़ीसा के सुशांत पांडा ने भी कहा दिल्ली में पूरे देश के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिये ये जो एकजुटता दिखाई है. इसी एकजुटता से ही पुरानी पेंशन बहाल होगी.
सुखजीत सिंह: पुरानी पेंशन बहाल करने पर मजबूर होगी सरकार
पंजाब से आए NMOPS के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुखजीत सिंह ने कहा कि आज रामलीला मैदान पर यह जो उमड़ी भीड़ प्रधानमंत्री मोदी को पुरानी पेंशन बहाल करने पर पूरी तरह से मजबूर कर देगी. दिल्ली जीएसटीए के महासचिव अजयवीर यादव ने भी कहा कि पुरानी पेंशन बहाली में दिल्ली ने हमेशा ही बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. कर्मचारी पुरानी पेंशन के लिये भारत सरकार पर अपना पूरा दबाव बनाकर पेंशन बहाल कराएगा. इस दौरान यूपी स्वास्थ्य महासंघ के महामंत्री अशोक कुमार ने भी कहा कि ATEWA /NMOPS ने देश के राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल करवाकर यह सराहनीय कार्य किया है. अटेवा / NMOPS के कारण ही आज पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दा एक चुनावी मुद्दा बन गया है.
पेमा खांडू:सिक्किम में पेंशन बहाली की घोषणा
सिक्किम NMOPS की प्रदेश अध्यक्ष पेमा खांडू ने भी कहा कि सिक्किम के मुख्यमंत्री ने अभी हाल ही में पुरानी पेंशन बहाली पर सकारात्मक निर्णय लेते हुए कहा है कि हम अपने राज्य में पुरानी पेंशन योजना बहाल करेंगे. बिहार NMOPS के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय ने भी कहा कि NMOPS द्वारा बिहार से ही शुरू की गई NPS निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा का असर बिहार सरकार पर भी इतना पड़ा है कि अभी हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री ने भी पुरानी पेंशन पर • अपना रुख पूरी तरह से सकारात्मक दिखाया है. रेलवे फ्रंट अगेंस्ट NPS के अमरीक सिंह ने भी कहा कि रेलवे का कर्मचारी अब पुरानी पेंशन बहाल करा कर ही दम लेगा.
राम मूरत यादव: अंग्रेज सरकार भी देती थी पेंशन, लेकिन अब छिन गयी
उत्तर प्रदेश से लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राममूरत यादव ने भी कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजी सरकार भी अपने सभी मुलाजिमों को पेंशन देती थी और आजादी के बाद से ही हमारी पेंशन छिन गयी. स्वास्थ्य बमहासंघ के वरिष्ठ नेता अशोक कुमार ने भी कहा कि पेंशन हर शिक्षक व कर्मचारी का मौलिक अधिकार है हम इसे लेकर ही रहेंगे. NMOPS के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और कर्नाटक इकाई के शांताराम तेजा ने भी कहा कि कर्नाटक में कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर ही वहा सरकार बदली है. NMOPS के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि आज पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे ने पूरे देशको ही एकता के सूत्र में पिरो दिया है..
इस रैली में सांसद संदीप दीक्षित, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, राकेश टिकैत भी पहुंचे
पेंशन के इस शंखनाद रैली को समर्थन देने के लिट् सुबह से ही विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओं का भी तांता लगा रहा. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद संदीप दीक्षित, दिल्ली से विधायक अरविंदर सिंह लवली, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अजय कुमार लल्लू, समाजवादी पार्टी के एमएलसी लाल बिहारी यादव, एमएलसी डॉ. मान सिंह यादव, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, बसपा से लोकसभा सांसद श्याम सिंह यादव, महाराष्ट्र जूनी पेंशन के नागपुर एमएलसी सुधाकर अड़वाले, भारतीय किसान यूनियन के राकेश सिंह टिकैत ने भी रैली को संबोधित कर पुरानी पेंशन बहाली पर अपना समर्थन किया.