Pahalgam Terror Attack: Manjunath Killed, Wife Says Terrorist Told Her “Go Tell Modi”
पहलगाम आतंकी हमला: बेगुनाह पर्यटकों पर कहर, मंजूनाथ की पत्नी बोलीं – ‘आतंकी ने कहा जाओ मोदी को बता दो’
AIN NEWS 1: जम्मू-कश्मीर के शांत और सुंदर पहलगाम इलाके में 21 अप्रैल को एक दिल दहला देने वाला आतंकी हमला हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाया गया। हमले में मारे गए कर्नाटक के मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी की आपबीती ने न केवल इस घटना की भयावहता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि आतंकियों का मकसद क्या था — डर फैलाना और देश की अस्मिता को चुनौती देना।
हमला कैसे हुआ?
मंजूनाथ, जो कर्नाटक के शिवमोगा जिले के निवासी थे, अपनी पत्नी पल्लवी और बेटे के साथ पहलगाम घूमने आए थे। दोपहर करीब 1:30 बजे का समय था, जब उनका परिवार एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर था। तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई। चश्मदीदों के अनुसार, 3 से 4 आतंकवादी इलाके में दाखिल हुए और निहत्थे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगे। मंजूनाथ को आतंकियों ने गोली मार दी। उनकी पत्नी और बच्चा पास में ही थे।
‘तुम हिंदू हो?’ पूछने के बाद मारी गोली
पल्लवी ने बताया कि हमलावरों ने पहले नाम पूछा और जब मंजूनाथ ने जवाब दिया, तो उनमें से एक आतंकी बोला, “हिंदू हो?” फिर तुरंत गोली मार दी। मंजूनाथ वहीं गिर पड़े और कुछ ही सेकंडों में उनकी मौत हो गई। पल्लवी ने बताया कि आतंकियों का मकसद खास तौर पर हिंदुओं को निशाना बनाना था। यह सिर्फ एक हमला नहीं था, बल्कि एक सोची-समझी योजना थी।
आतंकियों का संदेश: ‘जाओ मोदी को बता देना’
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि हमलावरों में से एक ने मंजूनाथ की हत्या के बाद पल्लवी से कहा, “मैं तुम्हें नहीं मारूंगा। जाओ मोदी को बता देना।” यह बयान इस बात का संकेत देता है कि ये आतंकी किस नीयत और उद्देश्य से हमला कर रहे थे। उन्होंने सिर्फ एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या नहीं की, बल्कि भारत सरकार को सीधी धमकी दी।
स्थानीय लोगों ने बचाई जान
हमले के तुरंत बाद, कुछ स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए। पल्लवी ने बताया कि तीन स्थानीय नागरिकों ने उसकी जान बचाई और उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यह एक उम्मीद की किरण थी कि आतंक का मकसद सबको नहीं तोड़ पाया। कश्मीर के आम नागरिक आज भी शांति चाहते हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया और सुरक्षा अलर्ट
घटना के बाद दिल्ली और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया। खुफिया एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है क्योंकि यह अंदेशा है कि हमला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी संदेश देने के लिए किया गया हो सकता है।
कितने लोग मारे गए?
हालांकि सरकार की ओर से फिलहाल एक ही मौत की पुष्टि की गई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि हमले में लगभग 28 लोगों की जान गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि मरने वाले सभी पर्यटक थे या कुछ स्थानीय लोग भी इस हिंसा का शिकार हुए।
हमलावर कौन थे?
सूत्रों के अनुसार, हमला करने वाले आतंकवादियों की संख्या 10 के करीब थी, जिनमें से कुछ पाकिस्तानी नागरिक थे। यह बात फिर से इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद आज भी भारत की शांति को चुनौती दे रहा है। इन आतंकियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे और वे सुनियोजित तरीके से हमला करने आए थे।
मंजूनाथ कौन थे?
मंजूनाथ एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते थे और वह अपनी फैमिली के साथ कश्मीर घूमने आए थे। उनकी पत्नी पल्लवी ने बताया कि यह पहली बार था जब वे कश्मीर आए थे। उनका सपना था कि परिवार के साथ एक यादगार छुट्टी बिताई जाए, लेकिन यह यात्रा उनके जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी में बदल गई।
पल्लवी की अपील
पल्लवी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके पति के शव को हवाई मार्ग से तुरंत कर्नाटक भेजा जाए ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके। उन्होंने यह भी मांग की है कि इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत नीति बनाई जाए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों ने सरकार से पूछा है कि कश्मीर में सुरक्षा इंतजाम इतने कमजोर क्यों हैं कि निहत्थे पर्यटक भी सुरक्षित नहीं हैं। वहीं सत्तारूढ़ दल ने इसे पाकिस्तान की करतूत बताते हुए आतंक के खिलाफ कार्रवाई तेज करने की बात कही है।
नतीजा क्या होगा?
यह हमला न केवल एक आतंकी घटना है, बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि क्या पर्यटकों के लिए कश्मीर आज भी सुरक्षित है? क्या सरकार को अपनी रणनीति में बदलाव करने की ज़रूरत है? और सबसे अहम — क्या हम मंजूनाथ जैसे मासूम नागरिकों की कुर्बानी को सिर्फ एक खबर बनाकर भूल जाएंगे?
The Pahalgam terror attack in Jammu and Kashmir has shaken the nation, with the brutal killing of tourist Manjunath from Karnataka by suspected Pakistan-backed terrorists. His wife’s harrowing testimony about how the attackers targeted Hindus and told her to “go tell Modi” has sparked widespread outrage. This incident highlights rising threats in Kashmir, the vulnerability of Indian tourists, and the urgent need for strengthened security. Keywords such as Pahalgam terror attack, Jammu Kashmir violence, Indian tourists killed, and Pakistan sponsored terrorism are central to understanding the depth of this tragedy and its implications on national security.