पता नहीं आजकल के लोगों की बुद्धि कहां भ्रष्ट हो गई है नवरात्रि के समय मासूम बच्चियों को देवी की तरह पूजा जाता है लेकिन नवरात्रि के बाद फिर उन्हें बच्चियों के साथ हैवानियत की जाती है अखिर ये केसा युग चल रहा है. बता दे कि यूपी के गाजियाबाद से एक बेहद दिल दहला देना वाला मामला सामने आ रहा है आरोपी मामा ने हैवानियत के चक्कर में अपनी 6 साल की मासुम भांजी के साथ दुष्कर्म करके उसको मौत के घाट उतार दिया।.
क्या है पूरा मामला
बता दे कि गाजियाबाद के कैला भट्ठा इलाके में मासूम भांजी से दुष्कर्मं के बाद रिश्ते के मामा ने उसकी मुंह दबाकर हत्या कर दी। आरोपी मामा ने बच्ची को बहाने से अपने घर बुलाया था। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी को फिलहाल गिरफ्तार कर लिया है।
बता दे कि बच्ची शालीमार गार्डन में अपने परिवार के साथ रहती थी और कैला भट्ठा मे बच्ची के नाना नानी रहते है बच्ची करीब 15 दिन पहले नगर कोतवाली के कैला भट्ठा में अपने ननिहाल आई हुई थी। मामा के घर के पास रहने वाला 30 वर्षीय इमरान भी रिश्ते में बच्ची का मामा लगता है। वही शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे इमरान ने दुकान से बीड़ी मंगाने के लिए बच्ची को अपने घर पर बुलाया। बच्ची जैसे ही बीड़ी लेकर आई तो इमरान उसे मिठाई खिलाने के बहाने अपने कमरे में ले गया। इस दौरान इमरान ने बच्ची के साथ दुष्कर्म करना शुरू कर दिया । बच्ची ने जब अपने सगे मामा से उसकी शिकायत करने की बात कही तो इमरान घबरा गया और सच सामने आने के डर से उसने पहले बच्ची का गला दबाया और फिर मुंह भींचकर बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद इमरान ने शव को उसी के मामा की छत पर बने मुर्गियों के बाड़े में फेंक दिया।
घर के छत पर मिला शव
बता दे कि बच्ची के आधा घंटे तक दिखाई न देने पर मामा और अन्य परिजनों ने रात 10 बजे उसकी खोज शुरू की, लेकिन उसका कोई पता नहीं पाया । रात 1 बजे करीब परिजनों ने पुलिस को बुला लिया । पुलिस ने जाचंपड़ताल शुर् की की तो शव घर की छत पर मिला। परिजन पहले इस जगह तलाश चुके थे, लेकिन बाद में वहीं शव मिलने से पुलिस का माथा ठनक गया। बच्ची को तभी पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
आरोपी रात होते ही शराब पी लेता था
बच्ची के सगें मामा ने बताया कि अरोपी इमरान उनका खानदानी भाई है और मीट बेचने का काम करता है। इमरान की पत्नी करीब नौ महीने से अलग रह रही है। इमरान अपने मकान में अकेला रहता है और रात होते ही शराब पी लेता था। शुक्रवार को भी उसने शराब पी रखी थी।
अरोपी के हेलमेट में मिली बच्ची की चप्पल , खुल गया राज
बता दे कि हत्या करने के बाद अरोपी इमरान ने शव को कुछ देर कमरे में रखा और फिर मुर्गीबाड़े में फेंककर अपने घर सो गया। रात करीब डेढ़ बजे इमरान से पूछताछ की तो घटना से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि वह रात 10 बजे ही सो गया था, लेकिन शव इमरान के मकान से सटे घर की छत पर मिला तो पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली। इस दौरान कमरे से बच्ची की चप्पलें बरामद हो गईं, जो इमरान ने हेलमेट में छिपाकर रखी हुई थीं फिर पुलिस ने सख्ती से अरोपी इमरान से पूछताछ करने लगी फिर अरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया।
परिजनों ने दुष्कर्म का भी अंदेशा जताया
इसर मामले में परिजनों ने अंदेशा जताया है कि इमरान ने बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि बच्ची के कपड़े सही सलामत मिले हैं। इसके अलावा डॉक्टरों ने भी प्रारंभिक जांच में दुष्कर्म न होने का अनुमान लगाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही मौत का कारण और दुष्कर्म की पुष्टि हो सकेगी फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
परिजनों ने दी जानकारी
साथ ही इस मामले पर ननिहाल के लोगों का कहना है कि बच्ची बेहद मासूम थी। कोई भी व्यक्ति उससे कोई सामान मंगाता था तो वह कभी मना नहीं करती थी। उसे अपनी चप्पलों से भी बहुत लगाव था। वह बिना चप्पलों के कहीं नहीं जाती थी। शुक्रवार रात इमरान ने सामान मंगाने के बहाने से ही बच्ची को बुलाया था, लेकिन चप्पलों ने आरोपी की पोल खोल दी। परिजनों ने बिलखते हुए कहा कि बच्ची को उसकी मासूमियत की सजा मिली है। जल्द सजा दिलाएंगे
पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
बता दे कि गाजियाबाद पुलिस ने 6 साल की मासूम की हत्या करने वाले रिश्ते के मामा को पुलिस ने कठोरतम सजा दिलाने की बात कही है। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र का कहना है कि अरोपी को तीन महीने में फांसी की सजा दिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अश्लीलता के बाद बच्ची की हत्या जघन्यतम अपराध की श्रेणी में आता है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद सबसे पहले फील्ड यूनिट ने साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद गले पर खरोंच के निशान मिले हैं। उनके मिलान के लिए डीएनए टेस्ट कराने को नाखून की सैंपलिंग कराई गई है। बच्ची के कपड़े और आरोपी के कमरे में मिले बालों को भी टेस्ट के लिए भेजा है। तीन माह में ट्रायल कराने का लक्ष्य है। साथ ही कमिश्नर बताया कि भारत सरकार के इन्वेस्टीगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फॉर सेक्सुअल ऑफेंसेज पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2018 से दिसंबर 2022 के बीच महिला और बाल अपराध में अनुपालन दर 65.70 फीसदी थी, जो बढ़कर 96 फीसदी तक पहुंच गई है साथ ही पुलिस ने कहा कि अऱोपी को तीन महीने के अन्दर अरोपी को फांसी दे दिया जाऐगा।