बता दे कि यूपी के मोदीनगर के गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स पीजी कॉलेज की छात्राओं और शिक्षिकाओं ने प्राचार्या वंदना शर्मा के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन किया. तानाशाही का आरोप लगाते हुए कॉलेज परिसर में जमकर हंगामा किया साथ ही प्राचार्या का घेराव किया। आपको बता दे कि बुनियादी सुविधाओँ को न देने और यूनिफॉर्म बदलने का विरोध करते हुए छात्राएं और शिक्षिकाएं मुख्य मार्ग पर नारेबाजी करती हुई पहुंची. और करीब दो घंटे से अधिक समय तक ये हंगामा चलता रहा और इस हंगामा की कारण यातायात भी काफी ज्यादा प्रभावित रहा। जानकारी के अनुसार बता दे कि गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स पीजी कॉलेज की छात्राएं ने शुक्रवार की सुबह कॉलेज के साइकिल स्टैंड के पास एकत्रित हुईं। छात्राओं ने यूनिफॉर्म बदलने और बुनियादी सुविधाएं देने की मांग करते हुए प्राचार्या के खिलाफ नारेबाजी की। छात्राओं ने प्राचार्या से यूनिफॉर्म बदलने व कॉलेज में साफ पानी, पुस्तकालय और बंद किए गए साथ दोबारा से ब्यूटीशियन-कंप्यूटर कोर्स शुरु करने की मांग की है छात्राओं ने प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया कि प्राचार्या की नियुक्ति के बाद से कॉलेज में कई कोर्स बंद कर दिए गए हैं। प्राचार्या ने छात्राओं को अपनी मांगे लिखित में देने और समाधान कराने का आश्वासन दिया।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. पूनम शर्मा ने दी जानकारी
बता दे कि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. पूनम शर्मा का कहना था कि प्राचार्या की कार्यशैली के कारण ही कॉलेज में संचालित इग्नूसेंटर बंद हो गया है। प्राचार्या द्वारा शिक्षिकाओं और कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षिकाओं ने शिक्षक संघ एकता के नारे लगाए। मूटा के अध्यक्ष डॉ. पंकज शर्मा का कहना था कि हम लोग एकता के साथ चुनौतियों का सामना करेंगे और कॉलेज में सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद शिक्षकों और प्राचार्या डॉ.वंदना शर्मा के बीच वार्ता हुई, जिसमें शिक्षिकाओं ने उन्हें ज्ञापन दिया और एक सप्ताह के अंदर समस्याओं के निस्तारण की बात कही। शिक्षकों की ओर से प्रदर्शन में डॉ. राहुल उज्जवल, डॉ. राजपाल त्यागी, डॉ. सुनीता सिरोही, डॉ. दीपशिखा और डॉ. ममता गुप्ता समेत अन्य शामिल रहे। इस संबंध में प्राचार्या डॉ. वंदना शर्मा का कहना है कि छात्राओं की ओर से उन्हें कोई भी पत्र नहीं मिला है। फिलहाल अभी प्रदर्शन रोक दिया है दो घंटे तक ये प्रदर्शन ये चला था. प्राचार्या ने विरोध कर रहे छात्राओँ और शिक्षिको को आश्वासन दिया है कि जितनी भी उन लोगो की मांग है उन मांगो को पूरा किया जाएगा।