महिला का नहीं धड़कता दिल, फिर भी चल रही सांसें ! बैटरी के सहारे जिंदा है महिला।

0
643

अगर हम अपने आस पास गौर करें तो कई लोग अलग-अलग तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं, मगर खुशी से अपनी जिंदगी जी रहे हैं। क्या कभी आप सोच सकते है कि बिन दिल की धड़कन के कोई इंसान जिंदा रह सकता है लेकिन अमेरिका की एक खबर ने सबको चौंका कर रखा दिया है  दिल से जुड़ी एक ऐसी ही दुर्लभ बीमारी से पीड़ित एक महिला सिर्फ बैटरी के सहारे जिंदा है। जी हां आपने सही सुना। अमेरिका के बोस्टर में 30 वर्षीय महिला एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है , जिस कारण वह बिना दिल की धड़कन के जी रही है महिला का दिल नहीं धड़कता है। मगर वह बैटरी के सहारे खुशी-खुशी अपनी जिंदगी बिता रही है। सोशल मीडिया पर इस महिला की कहानी काफी तेजी से वायरल हो रही है।

क्या है पूरी कहानी

बता दे कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह खबर अमेरिका के बोस्टन की मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सोफिया हार्ट की है। जहां 30 साल की एक महिला हैं जो दिल से जुड़ी एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रही हैं। उनकी बीमारी को मेडिकल भाषा में ‘डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी’ कहा जाता है। यह एक हृदय मांसपेशी विकार है, जिसकी वजह से सोफिया का दिल नहीं धड़कता है।  इसलिए सोफिया ‘लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस’ (एलवीएडी-लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस) पर निर्भर होकर अपनी जिंदगी काट रही हैं। यह डिवाइस बैटरी की मदद से चलती है और इस डिवाइस की वजह से उसके दिल की मांसपेशियों में हलचल होती है। यही कारण है सोफिया को बैटरी पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। आपको बता दे यह एक ऐसी तकनीक है, जो उनके दिल को पंप करती रहती है. बैटरी से चलने वाला यह उपकरण तब तक एख अस्थायी समाधान के रुप में काम करेगा जब तक कि उनका हार्ट ट्रांसप्लांट नहीं हो जाता.  बता दे आपको सोफिया फिलहाल हार्ट ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रही हैं। सोफिया का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उसका हार्ट ट्रांसप्लांट नहीं हो जाता तब तक एलवीएडी एक अस्थायी समाधान है। इसी बीच सोफिया की जुड़वां बहन ओलिविया भी उसी दुर्लभ बीमारी के साथ पैदा हुई। हालांकि, इस हृदय रोग का पता तब तक नहीं चला जब तक उसकी तबीयत खराब नहीं हुई थी। ओलिविया का 2016 में हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ था। तब तक वह भी एलवीएडी की मदद से अपनी जिंदगी जीती रही।, मगर खुशी से अपनी जिंदगी जी रहे हैं।

सोफिया ने दी जानकारी

सोफिया ने जानकारी देते हुए बताया कि मुझे पहली बार 2022 में घोड़ा फार्म में काम करते समय कुछ गलत होने का एहसास हुआ. सोफिया ने बताया, “मुझे वास्तव में दर्द और बहुत थकान होने लगी. यह एक थकान की तरह था जिसका आप वास्तव में वर्णन नहीं कर सकते.” यही नहीं सोफिया की जुड़वां बहन, जिसका नाम ओलिविया है. वह भी इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी. हालांकि उनकी बीमारी का पता बाद में चला. ओलिविया को भी 2016 में अपनी सफल हार्ट ट्रांसप्लांट तक एलवीएडी पर निर्भर रहना पड़ा था.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here