AIN NEWS 1 अम्बेडकरनगर: प्रदेश के चर्चित बाहुबली नेता और पूर्व विधायक रहे पवन पांडे (Pawan Pandey Ambedkar Nagar) को पुलिस एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। इन पूर्व विधायक की गिरफ्तारी 2022 में उनके ऊपर दर्ज एक मुकदमे के संबंध में ही हुई है। वैसे तो बाहुबली पवन पांडे पर कई सारे मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं। गिरफ्तार पूर्व विधायक पवन पांडे बसपा सांसद रितेश पांडे के चाचा और सपा विधायक राकेश पांडे के भाई भी हैं। इन पवन पांडे को गिरफ्तार कर एसटीएफ ने अकबरपुर कोतवाली के हवालात में ही बंद कर दिया, इसके बाद में उनका मेडिकल जांच करा कर अपने साथ मे ही ले गई। दरअसल जून 2022 में अकबरपुर कोतवाली निवासी चंपा देवी ने पुलिस को दि अपनी तहरीर में इनपर आरोप लगाया था कि अकबरपुर बसखारी मार्ग पर उसकी एक जमीन पड़ी हुई है। इस जमीन की कीमत लगभग आठ करोड़ रूपये है। इसी जमीन को हड़पने के लिए ही अकबरपुर के बाहुबली माफिया पवन कुमार पांडे पुत्र जगमोहन पांडे निवासी ग्राम कोटवा मोहम्मदपुर और उनके समर्थक मुकेश तिवारी पुत्र सदानंद तिवारी ग्राम शाहपुर खेतासराय ने ही तहसील शाहगंज जिला जौनपुर के नाम से फर्जी रूप से इकरारनामा कर लिया। इसमें कुल विक्रय धन 20 लाख रुपया दिखाया गया। इस तहरीर में कहा गया, उपरोक्त लोगों के साथ गोविंद यादव और अन्य लोगों की ही मिलीभगत से चंपा देवी के पुत्र को इन सभी ने मिलकर नशे का इंजेक्शन देकर यह इकरारनामा कराया लिया था। इन्होंने इस संपत्ति को हड़पने के लिए एक फर्जी लड़की नीतू सिंह के जरिए अकबरपुर नगर पालिका में इस प्रार्थी के परिवार रजिस्टर में चंपा देवी के लड़के अजय सिंह के पत्नी के रूप में उसका नाम दर्ज करने का प्रार्थना पत्र भी दिया। इन लोगों ने पहले अजय सिंह की ही फर्जी शादी का एक सर्टिफिकेट बनाया और 2 घंटे बाद ही उसकी एक्सीडेंट में मौत हो गई। इस मृतक अजय सिंह की मां की तहरीर पर पूर्व विधायक पवन पांडे सहित एक दर्जन लोगों पर ही कई सारी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी मुकदमे में आज एसटीएफ ने पवन पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। यहां आपकों बता दें गिरफ्तार पवन पांडे बाबरी मस्जिद विध्वंस में भी मुख्य आरोपी थे।
पूर्व विधायक पवन पांडे हुए अरेस्ट, 2022 में दर्ज धोखाधडी के केस में हुई यह गिरफ्तारी!
प्रदेश के चर्चित बाहुबली नेता और पूर्व विधायक रहे पवन पांडे (Pawan Pandey Ambedkar Nagar) को पुलिस एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। इन पूर्व विधायक की गिरफ्तारी 2022 में उनके ऊपर दर्ज एक मुकदमे के संबंध में ही हुई है।