AIN NEWS 1: राजस्थान में हुए एक पेपर लीक मामले में पुलिस ने अब जालौर से एक युवती को अपनी गिरफ्त में लिया है. इस आरोपी युवती का नाम संजू पटेल बताया जा रहा है. इस युवती के द्वारा एसआई – आरएसएस में चयन करवाने का बड़ा झांसा देकर कुल 54 लाख 50 रुपए ठगने का एक मामला सामने आने के बाद उसकी यह गिरफ्तारी हुई है.
दरअसल यह पूरा मामला जोधपुर का बताया जा रहा है जिसमें जालौर की रहने वाली एक संजू उर्फ सणगी पटेल ने एक शख्स को जोधपुर पुलिस में ही एसआई आरएसएस पद पर चयन कराने का झांसा देकर उससे 54 लाख 40 हजार रुपए ऐंठ लिए थे. इस पूरे मामले में युवती की गिरफ्तारी के बाद अब अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है.
इस दौरान पूछताछ के बाद आरोपी युवती संजू पटेल को कोर्ट में पेश भी किया गया, जहां से उसे सीधे न्यायिक हिरासत में ही भेज दिया गया है. धोखाधड़ी के इस पूरे मामले में सुखदेव बिश्नोई नाम का एक और शख्स भी आरोपी है.
इस पेपर लीक के दूसरे आरोपियों को भी तलाश रही पुलिस
इस पूरे मामले में जांच अधिकारी रामभरोसी के मुताबिक पुलिस ने उसे एक लग्जरी कार चोरी के मामले में गिरफ्तार कर शनिवार को ही कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यहां हम बता दें कि झालामण्ड चौराहे के पास ही रहने वाले भीखाराम प्रजापत ने बीते 23 दिसम्बर को ही संजू चौधरी, सुखदेव, मोहित सांखला, मनीष कुमार सांखला और यादव के खिलाफ मे एक धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था.उसका इनपर आरोप है कि संजू और कैलाश अर्जुन क्लासेज में पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा की ही तैयारी करते थे. पिछले साल जनवरी में ही संजू ने उसे कॉल कर सुखदेव के बारे में यह जानकारी दी थी. सुखदेव ने उसे उप निरीक्षक बनाने के बदले 12.50 लाख रुपए मांगे थे जो उसने उसे दे दिए थे.
एसआई में इसका चयन नहीं होने पर सुखदेव ने उसे आरएएस में चयन करवाने का झांसा देकर 4.50 लाख रुपए और भी वसूल लिए थे. पीड़ित ने किस्तों में अब तक करीब 54.40 लाख रुपए इन आरोपियों को दे दिए थे.
यहां पर हम आपको बता दें सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में रहती है यह आरोपी लड़की
इस पूरे मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस संजू पटेल को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि इस मामले में ही गिरफ्तार हुई संजू पटेल भीनमाल थाना क्षेत्र के रोपसी गांव की रहने वाली बताई जा रही है और अक्सर सोशल मीडिया के जरिए वह काफ़ी चर्चाओं में रहती है. उसकी सोशल मीडिया पर एक बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग भी है.
संजू पटेल के इंस्टाग्राम पर ही 2 लाख से ज्यादा उसके फॉलोअर्स हैं. बताया तो जा रहा है कि 2018 के पंचायतीराज चुनाव में भी संजू पटेल सरपंच पद के लिए प्रत्याशी रही थी. दूसरी तरफ संजू पटेल के भाई बगदाराम का इस मामले में कहना है कि साल 2015 से 2018 तक संजू को पढ़ाई के लिए ही जोधपुर भेजा गया था. इसके बाद से वो अपने घर पर है.
उन्होंने कहा, कि अब काफ़ी लंबे समय से संजू घर पर ही थी. जैसे ही उन्हे जानकारी मिली उसके बाद उन्होंने संजू से पूछा भी था जिसमें उसने बताया कि उसके खाते में किसी ने कोई पैसा नहीं डाला है. उसे केवल ब्लैकमेल करके फंसाया जा रहा है.