Asaduddin Owaisi Slams Pakistan Over India Comparison and China-Islam Silence
“पाकिस्तान खुद मलेरिया की दवा और टायर नहीं बना सकता, भारत से पंगा मत लो” – असदुद्दीन ओवैसी का तंज
AIN NEWS 1: असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत से तुलना करने का कोई हक नहीं है क्योंकि वह खुद मलेरिया की दवा तक नहीं बना सकता। ओवैसी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पाकिस्तान तो अपनी मोटरसाइकिल का टायर तक नहीं बना सकता, ऐसे में भारत जैसी मजबूत और आत्मनिर्भर देश से पंगा लेने की बात करना बेवकूफी है।
ओवैसी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान एक ओर इस्लाम के नाम पर अपनी राजनीति करता है, वहीं दूसरी ओर वह चीन से गहरी दोस्ती निभा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब चीन में मुसलमानों को ज़बरदस्ती सूअर का मांस खिलाया जाता है और उनके धार्मिक अधिकार छीने जाते हैं, तब पाकिस्तान क्यों चुप रहता है? क्या इस्लाम सिर्फ चीन को खुश करने के लिए ही है?
ओवैसी के बयान का मुख्य बिंदु:
1. पाकिस्तान की कमजोरी उजागर
ओवैसी ने पाकिस्तान की औद्योगिक और वैज्ञानिक अक्षमता को उजागर किया। उन्होंने कहा कि एक ऐसा देश जो आज तक मलेरिया की दवा और मोटरसाइकिल के टायर नहीं बना सकता, वह भारत से मुकाबले की बात करता है।
2. भारत की ताकत का ज़िक्र
ओवैसी ने भारत की उपलब्धियों और आत्मनिर्भरता की तारीफ करते हुए कहा कि आज भारत विश्व में अपनी तकनीकी, सैन्य और आर्थिक क्षमता के लिए जाना जाता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान की भारत से कोई तुलना नहीं हो सकती।
3. पाकिस्तान की चीन पर चुप्पी
ओवैसी ने पाकिस्तान की दोहरी नीति पर हमला किया और पूछा कि जब चीन में मुसलमानों के साथ बुरा व्यवहार होता है, तो वहां पाकिस्तान की आवाज़ क्यों नहीं उठती? चीन में मुसलमानों के रोज़े बंद कराए जाते हैं, मस्जिदें तोड़ी जाती हैं और धार्मिक आज़ादी छीनी जाती है, लेकिन पाकिस्तान चुप रहता है क्योंकि वह चीन का दोस्त है।
4. इस्लाम के नाम पर राजनीति पर सवाल
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर अपनी सियासत करता है, लेकिन जब सच्चे मुद्दों पर आवाज़ उठानी चाहिए, तो वह चुप रह जाता है। ऐसे में यह इस्लाम की सेवा नहीं, बल्कि राजनीतिक दिखावा है।
5. ओवैसी का भारत को संदेश
ओवैसी ने भारतवासियों को भरोसा दिलाया कि हमारा देश मजबूत है, और हमें पाकिस्तान जैसी विफल व्यवस्था से डरने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने युवाओं को विज्ञान, शिक्षा और प्रगति की ओर बढ़ने की प्रेरणा दी।
पृष्ठभूमि में राजनीतिक संदर्भ
ओवैसी का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान के कुछ नेताओं द्वारा बार-बार भारत की आलोचना की जा रही है, वहीं भारत ने हाल ही में कई मोर्चों पर वैश्विक नेतृत्व दिखाया है — चाहे वह चंद्रयान हो, डिजिटल इंडिया हो या वैश्विक कूटनीति।
चीन और इस्लाम का मुद्दा क्यों उठा?
ओवैसी ने जानबूझकर चीन का जिक्र किया क्योंकि दुनिया भर में यह चिंता बनी हुई है कि चीन में उइगर मुसलमानों के साथ कैसा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। चीन के शिनजियांग प्रांत में लाखों मुसलमानों को डिटेंशन कैंपों में रखा गया है, धार्मिक अभ्यासों पर रोक लगी है, और पारंपरिक इस्लामी जीवनशैली को मिटाने की कोशिश की जा रही है।
पाकिस्तान की चुप्पी पर सवाल
यहां सवाल यह उठता है कि जो पाकिस्तान खुद को इस्लामिक मुल्क कहता है और दुनिया भर के मुसलमानों के लिए आवाज़ उठाने का दावा करता है, वह चीन के खिलाफ कुछ क्यों नहीं बोलता? क्या उसका दोस्ताना रिश्ता चीन से इतना महत्वपूर्ण है कि वह धर्म और मानवाधिकारों की आवाज़ तक दबा देता है?
असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान ने एक बार फिर पाकिस्तान की नीतियों और दोहरे मापदंडों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका तंज न सिर्फ पाकिस्तान की नाकामी पर था, बल्कि भारत को भी आत्मविश्वास से आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाला था। भारत एक ऐसा राष्ट्र है जिसने शिक्षा, विज्ञान और तकनीक के दम पर दुनिया में अपना नाम बनाया है। पाकिस्तान जैसी देश की तुलना करना भारत के गौरव को कम नहीं कर सकता।
Asaduddin Owaisi strongly criticized Pakistan, highlighting its incapacity to manufacture essential items like malaria medicine and motorcycle tires, while warning against any comparison with India. He emphasized that India is far ahead in development and strength. Owaisi also targeted Pakistan’s double standards on Islam, questioning its silence over China’s mistreatment of Muslims. This latest remark by Owaisi is sparking discussion on India-Pakistan relations, Pakistan-China friendship, and the global stance on Islamic values.