भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नियामकीय अनुपालन में कमियों को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), सिटी यूनियन बैंक और केनरा बैंक पर कुल 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
- एसबीआई पर ₹2 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है।
- सिटी यूनियन बैंक पर ₹66 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
- केनरा बैंक पर ₹32.30 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
आरबीआई ने ओशन कैपिटल मार्केट लिमिटेड (ओडिशा) पर गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से संबंधित कुछ प्रावधानों का उल्लंघन करने पर ₹16 लाख का जुर्माना भी लगाया है।
यह जुर्माना क्यों लगाया गया?
आरबीआई ने बताया कि यह जुर्माना नियामकीय अनुपालन में कमियों को लेकर लगाया गया है। बैंकों ने विभिन्न नियमों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया था, जिनमें शामिल हैं:
- डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड (डीईएएफ) में निर्धारित राशि जमा नहीं करना।
- बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के तहत निर्धारित समय सीमा के भीतर बकाया राशि का निपटान नहीं करना।
- नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) के वर्गीकरण में खामियां।
- अपने ग्राहकों को जानिए (केवाईसी) दिशानिर्देशों का उल्लंघन।
यह जुर्माना बैंकों और ग्राहकों को कैसे प्रभावित करेगा?
यह जुर्माना बैंकों के मुनाफे को प्रभावित करेगा। बैंकों को भविष्य में नियामकीय अनुपालन को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा। ग्राहकों को इस जुर्माने का कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा।