AIN NEWS 1: बिहार के सुपौल में बकौर और भेजा घाट मधुबनी के बीच मे बन रहे एक पुल का 50, 51 और 52 पिलर का गार्टर अचानक जमीन पर गिर गया है. सुपौल के ही डीएम कौशल कुमार ने 1 व्यक्ति की मौत और कुल 10 लोगों के घायल होने की पुष्टि भी कर दी है.
इस हादसे में अभी 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है जिनका इलाज प्राइवेट क्लिनिक में ही चल रहा है. इस बीच इसका घंटे के बाद भी रेस्क्यू शुरू नहीं हो पाया था. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में डीएम ओर एसपी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि मलबे में लगभग 20 से अधिक लोग दबे हो सकते हैं. इस घटना के बाद से स्थानीय लोग काफी ज्यादा आक्रोशित हैं. फिलहाल बकौर से भेज के बीच पाने वाले पुल का यह गार्टर गिरने के बाद अभी तक राहत का काम शुरू नहीं किया गया है. प्रशासन की टीम यहां पर जरूर मौजूद है, लेकिन कोसी के बीच में यह होने के कारण का पर्याप्त इक्विपमेंट घटना वाले इलाके तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.ऐसे में राहत व बचाव में भी काफी मुश्किलों का सामना कना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि लगभग 20 से अधिक लोग इस गटर के नीचे दबे हुए हैं. गार्टर गिर कर 3 फीट नीचे तक धंस गया है. स्थानीय लोगों इस मामले मे कहना है कि इस पुल में गुणवत्ता की कमी है. इसका लोगों ने काफ़ी विरोध भी किया था. लेकिन, लोगों का कहना है कि इस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई. फिलहाल 20 लोगों को ग्रामीणों के सहयोग से अभि अस्पताल भेजा गया है.बता दें कि सुपौल जिले के बकौर एवं मधुबनी जिले के भेजा के बीच बन रहे देश के इस सबसे लंबे (10.2 किलोमीटर) महासेतु के निर्माण काफ़ी तेजी से चल रहा है. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से 1199 करोड़ 58 लाख रुपए की कुल लागत से इस महासेतु का एप्रोच सहित निर्माण किया जा रहा है.इसमें 1051.3 करोड़ रुपए से केवल इस पुल का निर्माण कराया जा रहा है, जिसे एक बड़ी कार्य एजेंसी तैयार कर रही है. इसमें गैमन इंजीनियर्स एंड कांक्ट्रेक्टर्स प्राईवेट लिमिटेड और मेसर्स ट्रांस रेल लाईटिंग प्राईवेट लिमिटेड (ज्वाईंट वेंचर) मे शामिल है.
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भारत माला प्रोजेक्ट के तहत ही बन रहा यह पुल केंद्र सरकार की एक बड़ी योजनाओं में से एक है. यहां पर यह देश का सबसे लंबा पुल बन रहा है, जो केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 12 सौ करोड़ की लागत से ही बनाया जा रहा है.इसकी लंबाई 10.2 किमी से ज्यादा है. एप्रोच रोड मिलाकर पुल की कुल लंबाई कुल 13.3 किलोमीटर होगी. पुल का निर्माण 2023 तक ही पूरा होना था, लेकिन कोरोना एवं बाढ़ के कारण पुल का निर्माण समय बढ़ गया.