AIN NEWS 1: देश मे चल रहें लोकसभा चुनाव में मंच से ही लोगों को ‘वोट जिहाद’ करने की एक ऐसी अपील समाजवादी पार्टी नेता मारिया आलम ने की के उनके खिलाफ अब मामला भी दर्ज किया गया है. उत्तर प्रदेश के ही फर्रुखाबाद में एक सामाजवादी पार्टी की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, आलम ने मंच से कहा, ‘एक साथ वोट जिहाद करें – बुद्धिमत्ता के साथ, भावुक हुए बिना और चुप्पी के साथ. क्योंकि हम इस वर्तमान संघी सरकार को हटाने के लिए केवल वोट जिहाद ही कर सकते हैं. अब हाथ मिलाने का समय है, नहीं तो यह संघी सरकार हमारा अस्तित्व मिटाने में पूरी सफल हो जाएगी.
यहां हम आपको बता दें मारिया आलम कांग्रेस के ही दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी हैं और वो इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार नवल किशोर शाक्य के लिए ही कायमगंज में चुनाव प्रचार कर रही थीं.
जाने क्या बोलीं मारिया आलम?
मारिया आलम को एक ऐसी वीडियो जिसमे वह यह कहते हुए साफ़ दिख रही है, ‘लोग कहते हैं कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. लेकिन मैं कहती हूं कि ‘इंसानियत’ (मानवता) ही खतरे में है. अब ‘इंसानियत’ पर भी हमला हो रहा है. अगर आप इस देश, इसकी सुंदरता को बचाना चाहते हैं, तो गंगा-जमुनी संस्कृति को देखते हुए और किसी से प्रभावित हुए बिना बहुत समझदारी से वोट करें.’
इस पूरे प्रकरण मे मारिया और सलमान खुर्शीद के खिलाफ FIR दर्ज
इस वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद ही फर्रुखाबाद पुलिस ने मारिया आलम और सलमान खुर्शीद के खिलाफ मे अब एफआईआर दर्ज की. इन दोनों नेताओं पर ही आईपीसी की धारा 188, 295 (ए) और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया.
इस दौरान इस टिप्पणी पर क्या बोले सलमान खुर्शीद?
इस दौरान विशेष रूप से, सलमान खुर्शीद मुख्य अतिथि के रूप में वहा पर मतदान कार्यक्रम में उपस्थित थे. जब खुर्शीद से उनकी भतीजी द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से पूरी तरह से बचते हैं क्योंकि उनका शाब्दिक अर्थ गलत ही समझा जाता है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने खुर्शीद के हवाले से ही कहा, ‘जिहाद का मतलब किसी स्थिति के खिलाफ लड़ना है. उसका इरादा संविधान की रक्षा के लिए वोट जिहाद करना रहा होगा.’
इस पूरे घटनाक्रम मे BJP ने जताई आपत्ति
इस बीच, मारिया आलम की इस तरह की टिप्पणी पर बीजेपी ने अपनी कड़ी आपत्ति जताई. BJP आईटी सेल के प्रमुख रहे अमित मालवीय ने एक्स पर इस कार्यक्रम का वीडियो साझा करते हुए साफ़ कहा कि ‘अगर मुसलमानों को प्रगति करनी है तो उन्हें मुस्लिम नेताओं से बचना होगा.’