Ainnews1.Com:- 16 साल की उम्र में ब्रिटिश बेल्जियम के पायलट मैक रूथरफोर्ड ने एक प्लेन में अकेले ही पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सबसे कम उम्र के पायलट बनने के लिए निकल पड़े है। दुनिया में इसी तरह की कई घटनाएं होती रहती हैं जिनको गिन्नी बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया लेकिन इस बार यह घटना सबसे अलग रही।पिछले रविवार को अहमदाबाद में भारी बारिश हो रही थी, इसी बीच मार्ग ने विमान में इंधन भरा, और वह अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतर गया। अहमदाबाद एयरपोर्ट की टीम ने बारिश में विमान को लैंड कराने के लिए मार्क कि मदद की। मार्क ने मार्च में शार्क एरो विमान में अपनी पहली यात्रा शुरू की। मार्क रूथर फ़ोर्ड पिछले मार्च में एक छोटे विमान से अपनी यात्रा शुरू की थी। रविवार को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी की गई रुद्रपुर में 23 मार्च को बुल्गारिया की राजधानी सोफिया से अपनी यात्रा शुरू की। वे अकेला ही विश्व की परिक्रमा के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने का लक्ष्य रखते हैं। अब तक यह रिकॉर्ड 18 वर्षीय ट्रैविष लुडलो के पास है। जिन्होंने पिछले साल अपना हवाई परिक्रमा पूरी की थी। रुथेरफोर्ड ने एकल इंजन वाले शार्क एरो शार्क उल विमान में यात्रा शुरू की। शार्क एरो ने रुथरफोर्ड के अभियान को खतरनाक बताया । अहमदाबाद एयरपोर्ट की माने तो इस विमान के निर्माता इस अभियान को बहुत ही जोखिम भरा बताते हुए, रूथरफॉर्ड के प्रोजेक्ट में भागीदार बनने से मना कर दिया। रूथर फोर्ड के माता-पिता भी पायलट है। उन्होंने मार्क को 7 साल की उम्र में ही विमान को नियंत्रित करना सिखा दिया था। उन्होंने 15 साल की उम्र में जुलाई 2020 में अपना पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर लिया ।और दुनिया के सबसे कम उम्र के पायलट बन गए। अहमदाबाद से दिल्ली होकर कोलकाता और वहां से थाईलैंड जाएंगे रुदर फोर्ड की बहन जारा भी दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे कम उम्र की महिला पायलट बन गई है और मार्क को उसी से आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिली। अपनी बहन के नक्शे कदम पर चलते हुए।वह दुनिया में अकेले घूमने वाले सबसे कम उम्र के पायलट बनने के लिए एकदम तैयार हैं । बारिश की वजह से अहमदाबाद में रुके थे । अब वह सोमवार को दिल्ली से कोलकाता और वहां से थाईलैंड के लिए रवाना हुए।