AIN NEWS 1: 2 साल तक कारों की बिक्री रिकॉर्ड बनाने के बाद इस साल सुस्त चाल से आगे बढ़ रही है। इसके असर से कारों पर मिलने वाले डिस्काउंट भी 2019 के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। SUVs से लेकर सेडान और हैचबैक तक पर कार कंपनियां भारी भरकम डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं। अब लगता है कंपनियों का ये छूट का दांव कारगर साबित हो रहा है क्योंकि क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयरएज की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल कारों की बिक्री फिर से नया ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बना सकती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री 2024-25 में सुस्त ग्रोथ के बावजूद 3 से 5 फीसदी तक बढ़ सकती है। कारों की बिक्री में आ रही इस सुस्ती की वजह घटती डिमांड है जिसमें सबसे बड़ा रोल एंट्री लेवल मॉडल्स की मांग में आई भारी गिरावट शामिल है।
वैसे भी कोरोना काल के बाद से कारों की बिक्री को बढ़ाने की बागडोर यूटिलिटी वाहनों ने अपने कंधों पर ले रखी थी। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021-22 में यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में 41 फीसदी का जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया था जबकि 2022-23 में यूटिलिटी वाहनों की बिक्री ने 33.2 फीसदी की छलांग लगाई थी। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक यूटिलिटी वाहनों ने बीते डेढ़ दशक में कार बाजार में अपनी हिस्सेदारी में जबरदस्त बदलाव किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2011-12 तक पैसेंजर व्हीकल बिक्री में यूटिलिटी वाहनों का योगदान 10 से 15 फीसदी था जो 2012-13 से 2023-24 के दौरान सालाना आधार पर 15.51 परसेंट की दर से बढ़ा है जिससे नए यात्री वाहनों की बिक्री में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी अब बढ़कर 55 परसेंट से भी ज्यादा हो गई है।
इसके साथ ही महामारी के बाद सामान्य होते हालातों ने भी कारों की डिमांड को बढ़ाने का काम किया था। केयरएज की रिपोर्ट के मुताबिक 2021-22 और 2022-23 में कारों की बिक्री बढ़ने की वजह कोराना काल के बाद दबी मांग का वापस आना था। इसके साथ ही नए मॉडल्स के लॉन्च होने से भी ग्राहकों की तरफ से डिमांड बढ़ी थी जिससे कारों की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया था। हालांकि केयरएज की रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में तेजी जारी रह सकती है। इसमें कहा गया है कि 2023-24 में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 90 हजार 432 यूनिट्स रही थी जो 2024-25 में बढ़कर 1.30 से 1.50 लाख यूनिट्स होने का अनुमान है। अब देखना यही है कि कारों की बिक्री में इस सुस्त बढ़ोतरी का असर किस तरह से ज्यादा डिस्काउंट्स के तौर पर ग्राहकों को मिलेगा। अगर अक्तूबर में आने वाले फेस्टिव सीजन में डिस्काउंट्स और ऑफर्स में तेजी आती है तो फिर मुमकिन है कि मामूली अंतर से ही सही लेकिन बिक्री का रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला इसी तरह जारी रहेगा।