AIN NEWS 1 | दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शहर में सीसीटीवी लगाने से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ जांच की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। यह जांच भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत की जाएगी।
मामले का विवरण
- आरोप: सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में सीसीटीवी लगाने में देरी के लिए एक कंपनी पर लगाए गए 16 करोड़ रुपए के जुर्माने को माफ करने के लिए 7 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी।
- पद: जैन, पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए, दिल्ली में 571 करोड़ रुपए की लागत से 1.4 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने की परियोजना के नोडल अधिकारी थे।
जांच की प्रक्रिया
- सिफारिश: उपराज्यपाल ने सतर्कता निदेशालय के प्रस्ताव को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने की मंजूरी दी है, जिससे भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) द्वारा जैन के खिलाफ जांच की जा सके।
- शिकायत: ACB ने यह जांच कैमरा लगाने वाली कंपनी के पूर्व कर्मचारी मनमोहन पांडे की शिकायत पर शुरू की थी। पांडे ने सितंबर 2019 में कहा था कि सीसीटीवी परियोजना के प्रभारी व्यक्ति ने उनसे 7 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी। कंपनी ने पांडे को झूठे आरोप लगाने का दोषी बताते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
- आतिशी की प्रतिक्रिया: AAP नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बीजेपी दिन-रात दिल्ली सरकार के खिलाफ साजिश में लगी हुई है। 10 साल में आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ 200 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, लेकिन कहीं से भ्रष्टाचार का एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ। यह एक और फर्जी मामला है। बीजेपी दिल्ली सरकार को पंगु बनाना चाहती है।”
अन्य संबंधित मामले
- जमानत याचिका: सत्येंद्र जैन ने तिहाड़ जेल में बंद रहते हुए हाई कोर्ट द्वारा उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई को छह सप्ताह के लिए स्थगित किए जाने के खिलाफ 25 जून को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली उच्च न्यायालय को निर्देश दिया कि वह धनशोधन के मामले में उनकी जमानत याचिका पर 9 जुलाई को फैसला सुनाए। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि जमानत के मामलों को अनावश्यक रूप से स्थगित नहीं किया जाना चाहिए।
इस प्रकार, सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीसीटीवी रिश्वत मामले में जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिससे उनकी समस्याएं और बढ़ सकती हैं।