नमस्कार,
कल की बड़ी खबर 1975 में लगी इमरजेंसी से जुड़ी रही। सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित कर दिया है। इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई थी। दूसरी बड़ी खबर CM केजरीवाल को मिली जमानत से रही। जमानत मिलने के बाद भी वे जेल में रहेंगे। इसकी वजह हम आगे बताएंगे…
आज के मुख्य इवेंट्स:
- उपचुनाव के नतीजे: 7 राज्यों में 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज घोषित होंगे। यह नतीजे राजनीतिक संकेतों के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
- भारत बनाम जिम्बाब्वे T20 सीरीज: चौथा मुकाबला आज हरारे स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड में होगा। यह सीरीज क्रिकेट प्रेमियों के लिए बहुत रोमांचक है।
अब कल की बड़ी खबरें…
25 जून को मनाया जाएगा ‘संविधान हत्या दिवस’, केंद्र सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन
केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है और इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर अपनी तानाशाही मानसिकता का प्रदर्शन किया था। उन्होंने लोकतंत्र की आत्मा का गला घोंट दिया था, लाखों लोगों को अकारण जेल में डाल दिया गया था और मीडिया की आवाज को दबा दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर ट्वीट किया, “25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाना हमें उस दिन की याद दिलाएगा जब भारत के संविधान को कुचला गया था। यह कांग्रेस द्वारा भारत के इतिहास में लाया गया एक काला दौर था।”
कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में इस सरकार ने हर दिन संविधान हत्या दिवस ही मनाया है। भाजपा ने देश के हर गरीब और वंचित तबके से हर पल उसका आत्म सम्मान छीना है।” खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर पेशाब करते हैं और यूपी के हाथरस में दलित बेटी का पुलिस जबरन अंतिम संस्कार करती है। उन्होंने मणिपुर हिंसा और नोटबंदी जैसे मुद्दों का भी उल्लेख किया और कहा, “इस सरकार के मुंह से संविधान की बातें अच्छी नहीं लगती हैं।”
राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी के बचाव में किया आह्वान: अपमानजनक भाषा से बचने की सलाह
स्मृति ईरानी ने खाली किया सरकारी बंगला
स्मृति ईरानी समेत चार पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने 11 जुलाई को लुटियंस दिल्ली में अपने सरकारी बंगले खाली कर दिए। इस घटना के बाद से स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो रही थीं।
राहुल गांधी का समर्थन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा नेता स्मृति ईरानी का बचाव किया और अपमानजनक भाषा के प्रयोग से बचने की अपील की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “जीवन में हार-जीत तो होती रहती है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता के लिए अपमानजनक भाषा और बुरे व्यवहार से बचें। लोगों को अपमानित करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।”
अमेठी में हार और बंगला खाली करने की वजह
स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट से दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस नेता किशोरी लाल शर्मा ने उन्हें 1.5 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया। इस हार के बाद उन्हें अपना सरकारी बंगला खाली करना पड़ा। कांग्रेस समर्थकों ने उनकी हार को अपमानजनक हार कहा, लेकिन राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर अपमानजनक भाषा के प्रयोग की निंदा की।
शराब नीति मामले में केजरीवाल को मिली ED केस में जमानत, CBI केस में रहेंगे जेल में
सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत
शराब नीति घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत प्रदान की है। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि केजरीवाल 90 दिन से जेल में हैं, इसलिए उन्हें रिहा करने का निर्देश दिया गया है। जस्टिस खन्ना ने यह भी कहा कि यह मामला बड़ी बेंच को ट्रांसफर किया जा रहा है, जो गिरफ्तारी की नीति और इसके आधार पर विचार करेगी।
ED केस में मिली जमानत, CBI केस में रहेंगे जेल में
अरविंद केजरीवाल को ED के मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत मिल गई है, लेकिन उनके खिलाफ दूसरा मामला CBI का है, जिसमें उनकी न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। इसलिए वे जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।
ED का आरोप: केजरीवाल हैं शराब नीति केस के सरगना
शराब नीति केस में ED ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में 208 पेज की सातवीं सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की है। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस केस का सरगना और साजिशकर्ता बताया गया है। ED ने यह भी दावा किया है कि इस घोटाले से मिले पैसे का उपयोग आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार में किया गया।
नेपाल में सरकार गिरी: प्रधानमंत्री प्रचंड ने दिया इस्तीफा, चीन समर्थक ओली बन सकते हैं प्रधानमंत्री
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। संसद में विश्वासमत हासिल करने में नाकाम रहने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। प्रचंड केवल 1 साल 6 महीने ही प्रधानमंत्री पद पर रहे। फ्लोर टेस्ट में उन्हें 275 में से सिर्फ 63 सांसदों का समर्थन मिला, जबकि 194 सांसदों ने उनके खिलाफ वोट किया। सरकार बचाने के लिए उन्हें 138 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी।
सरकार गिरने की वजह
इस महीने की शुरुआत में चीन समर्थक केपी शर्मा ओली की पार्टी CPN-UML ने प्रचंड की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल से गठबंधन तोड़ लिया था, जिससे उनकी सरकार अल्पमत में आ गई। नेपाल के संविधान के आर्टिकल 100 (2) के तहत प्रचंड को एक महीने में बहुमत साबित करना था, जिसमें वे असफल रहे।
अगला प्रधानमंत्री: ओली
अब नेपाल के अगले प्रधानमंत्री चीन समर्थक केपी शर्मा ओली बन सकते हैं। उनके समर्थन में सांसदों की संख्या पर्याप्त है, जिससे उनके प्रधानमंत्री बनने की संभावना मजबूत हो गई है।
UP के 800 गांव बाढ़ में डूबे; बद्रीनाथ रूट पर लैंडस्लाइड, 4 हजार श्रद्धालु फंसे
यूपी में बाढ़ के हालात
तेज बारिश के कारण नेपाल-यूपी बॉर्डर के करीब 7 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज के करीब 800 गांवों में 20 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। यूपी की कई नदियां उफान पर हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
शाहजहांपुर में हाईवे बंद
दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर शाहजहांपुर में करीब 2 से 3 फीट पानी भर गया है, जिसके कारण हाईवे का एक हिस्सा बंद कर दिया गया है। गाड़ियों को डाइवर्ट करके निकाला जा रहा है ताकि आवागमन बना रहे।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर संकट
उत्तराखंड में लगातार पांच दिन से हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण 200 सड़कें बंद हैं। सबसे खराब हालात बद्रीनाथ रूट पर हैं, जहां 22 जगह लैंडस्लाइड के कारण चार धाम यात्रा मार्ग 3 दिन से बंद है। इस कारण 4 हजार श्रद्धालु सड़कों पर फंसे हुए हैं।
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य
प्रशासन बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया गया है और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
कंगना रनौत का नया फरमान: मिलने वाले स्थानीय आधार कार्ड और कारण लिखकर लाएं
कंगना का बयान
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट ने हाल ही में कहा है कि उनसे मिलने आने वाले लोग मंडी क्षेत्र का आधार कार्ड लेकर आएं। इसके साथ ही, मिलने का मकसद कागज पर लिखकर लाना होगा।
कांग्रेस की नाराजगी
कंगना के इस बयान पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। हिमाचल के PWD मंत्री और कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के लिए यह उचित नहीं है कि वह सिर्फ अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से ही मिले। हमारे दरवाजे सबके लिए खुले हैं।
जनप्रतिनिधि की भूमिका पर सवाल
कांग्रेस ने कंगना के इस निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि एक सांसद को सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध होना चाहिए, न कि केवल अपने क्षेत्र के लोगों के लिए। विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हमारे दरवाजे सबके लिए खुले हैं।”
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट विवाह बंधन में बंधे, 2 हजार से ज्यादा सेलिब्रिटी और नेता पहुंचे
शादी का भव्य समारोह
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट ने जियो वर्ल्ड सेंटर में विवाह किया। वरमाला, सात फेरे और सिंदूर दान की रस्में निभाई गईं। इस भव्य समारोह में 2 हजार से ज्यादा सेलिब्रिटी और नेता शामिल हुए। प्रियंका चोपड़ा, शाहरुख खान, रजनीकांत, रेसलर जॉन सीना, रणवीर सिंह, संजय दत्त, जान्हवी कपूर और अर्जुन कपूर ने जमकर डांस किया।
विवाह उत्सव का आयोजन
अनंत-राधिका की शादी का जश्न पिछले 19 महीनों से चल रहा है। दोनों का रोका 29 दिसंबर 2022 को हुआ था। अब आज और कल रिसेप्शन आयोजित किए जाएंगे। आज शुभ आशीर्वाद फंक्शन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेता शामिल हो सकते हैं।
शादी की थीम: बनारस का यशोगान
शादी की थीम बनारस की परंपरा, धार्मिकता, संस्कृति, कला-शिल्प और व्यंजनों पर आधारित थी। नीता अंबानी ने कहा, “शादी के सेलिब्रेशन में हमने कोशिश की है कि हम भारत की संस्कृति, सभ्यता और विरासत को ट्रिब्यूट दे सकें। हम शादी के दौरान बनारस की पवित्रता और सुंदरता को जीवंत करेंगे।”
शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता का दर्द: बहू ने मेडल छूने नहीं दिया, हमें छोड़ दिया
पिता का आरोप
देवरिया के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता और उनकी बहू स्मृति के बीच विवाद ने सुर्खियां बटोरी हैं। शहीद के पिता रवि प्रताप सिंह ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा, “बहू स्मृति ने बेटे को मिला कीर्ति चक्र छूने तक नहीं दिया। वह 3-4 दिन तक दिल्ली में हमारे साथ रही, लेकिन हमसे बात नहीं की। कीर्ति चक्र मिलने की कोई निशानी हमारे पास नहीं है। बहू स्मृति ने बेटे का एड्रेस बदलवाकर हमारी पहचान छीनने की कोशिश की। उसे बेटे से जुड़ी यादों से कोई मतलब नहीं। मैंने उसे बेटी माना था और अपने छोटे बेटे से उसकी शादी के लिए तैयार था, लेकिन उसने हमें छोड़ दिया। उसे सिर्फ पैसा चाहिए था।”
शहीद अंशुमान की वीरता
कैप्टन अंशुमान सिंह 19 जुलाई 2023 को सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए थे। भारतीय सेना के टेंट में आग लगने के कारण कई जवान आग में फंस गए थे। अपने साथियों को बचाने की कोशिश में कैप्टन अंशुमान शहीद हो गए। उनकी वीरता के लिए उन्हें 5 जुलाई 2024 को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
परिवार का दर्द
अंशुमान के माता-पिता के लिए यह समय अत्यंत कठिन रहा है। बेटे की शहादत के बाद उन्हें बहू स्मृति से ऐसी उम्मीद नहीं थी। पिता का आरोप है कि बहू ने न सिर्फ उनके बेटे की यादों से उन्हें दूर कर दिया बल्कि उनकी पहचान भी छीनने की कोशिश की।