AIN NEWS 1 | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस के मुद्दे पर हस्तक्षेप किया है। उन्होंने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एमकेएस सुंदरम से वार्ता करके पूछा कि इस व्यवस्था को लागू करने में आ रही दिक्कतें क्या हैं और क्यों शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं।
शिक्षकों का विरोध और सीएम का कदम
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 8 जुलाई से डिजिटल उपस्थिति की शुरुआत हुई है, जिसे लेकर शिक्षक संगठनों ने पहले दिन से ही विरोध जताया है। बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी शिक्षक और कर्मचारी डिजिटल उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हैं और जिलों में प्रदर्शन कर ज्ञापन दे रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह ही मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को बुलाया और पूरी जानकारी ली।
समाधान के प्रयास
मुख्य सचिव के सुझाव पर सहमति जताते हुए, मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से बातचीत कर इस मुद्दे को सुलझाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सख्ती से पहले शिक्षकों से संवाद कर उन्हें सहमत करने का प्रयास किया जाए और व्यवस्था को सुगम बनाया जाए। इसके साथ ही, अटेंडेंस लगाने का समय 8 बजे से बढ़ाकर 8:30 बजे तक कर दिया गया है।
शिक्षकों की समस्याओं का समाधान
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिक्षकों से वार्ता कर उनकी दिक्कतों को दूर करें और इस व्यवस्था को लागू करें। उन्होंने स्कूलों में बेहतर सुविधाएं देने, सौ फीसदी डीबीटी करने, स्कूल चलो अभियान को गति देने और हर छूटे हुए बच्चे का नामांकन कराने के भी निर्देश दिए।
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
- सभी प्रवेशित बच्चों को नि:शुल्क किताबें मिलें और बच्चे यूनिफॉर्म में स्कूल आएं।
- पीएमश्री स्कूलों के काम जल्द पूरा किया जाए।
- नए सीएम कंपोजिट विद्यालयों के लिए जमीन चिह्नित की जाए।
- महानिदेशक, बेसिक शिक्षा निदेशक, बीएसए और बीईओ लगातार इन योजनाओं की समीक्षा करें और प्रगति जानें।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शिक्षकों से वार्ता करने और उनकी समस्याओं को दूर करते हुए व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
It’s a very welcome step and the teachers should take more interest in teaching the students than to play politics.