CBSE Board Topper 2025: Shamli Girl Savi Jain Scores 499/500, Inspires Nation
CBSE बोर्ड 2025 की टॉपर बनीं शामली की सावी जैन, 500 में से 499 अंक लाकर बढ़ाया उत्तर प्रदेश का मान
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश की मिट्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यहां की बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। 2025 की सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामली की छात्रा सावी जैन ने पूरे देश में टॉप करके एक नया इतिहास रच दिया है। सावी जैन ने 500 में से 499 अंक प्राप्त किए हैं, जो कि अभूतपूर्व उपलब्धि मानी जा रही है।
सावी जैन: मेहनत, लगन और समर्पण की मिसाल
शामली के स्कॉटिश इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा सावी जैन ने पॉलिटिकल साइंस, ज्योग्राफी, पेंटिंग और इंग्लिश जैसे चार विषयों में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए। वहीं, इतिहास में उन्हें 99 अंक मिले। इस तरह उनका कुल स्कोर 499/500 रहा।
सावी की यह सफलता केवल अंकों की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह उनके निरंतर परिश्रम, अनुशासन और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण का परिणाम है।
पिता अंकित जैन और परिवार का योगदान
सावी के पिता अंकित जैन एक सफल फर्नीचर व्यवसायी हैं। उन्होंने अपनी बेटी की इस ऐतिहासिक सफलता पर गर्व जताया और बताया कि सावी शुरू से ही पढ़ाई में गंभीर रही है। “उसका पढ़ाई को लेकर समर्पण ही उसकी पहचान है,” उन्होंने कहा। परिवार ने हमेशा सावी को पढ़ाई के लिए सकारात्मक माहौल और पूरा सहयोग दिया।
स्कूल का समर्थन और शिक्षकों की भूमिका
स्कूल प्रशासन और शिक्षकों का मानना है कि सावी शुरू से ही एक होशियार, अनुशासित और मेहनती छात्रा रही है। स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, “सावी जैसी छात्रा हमारे लिए प्रेरणा हैं। उसका अनुशासन और फोकस सभी विद्यार्थियों के लिए उदाहरण है।”
शिक्षा में बेटियाँ बन रही हैं अग्रणी
उत्तर प्रदेश की बेटियाँ लगातार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। वर्ष 2025 में ही प्रयागराज की शक्ति दुबे ने सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया था, जबकि पलक जायसवाल ने यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। अब सावी जैन ने सीबीएसई बोर्ड में देश भर में टॉप कर यह साबित कर दिया कि बेटियाँ हर मोर्चे पर आगे हैं।
समाज को प्रेरणा देने वाली कहानी
सावी की यह सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह समाज को भी यह संदेश देती है कि यदि बेटियों को सही दिशा और अवसर दिए जाएं, तो वे किसी भी क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर सकती हैं।
छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा
सावी की कहानी उन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है जो पढ़ाई में संघर्ष कर रहे हैं या लक्ष्य को लेकर भ्रमित हैं। उसने यह दिखाया कि निरंतर अभ्यास, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास के साथ किसी भी परीक्षा में श्रेष्ठ स्थान पाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर बधाईयों की बारिश
जैसे ही सावी की सफलता की खबर वायरल हुई, सोशल मीडिया पर बधाईयों का तांता लग गया। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर लोग ‘#SaviJain’ को ट्रेंड कराने लगे। कई प्रमुख नेताओं, शिक्षाविदों और मशहूर हस्तियों ने भी उन्हें बधाई दी।
सावी के भविष्य की योजना
हालांकि सावी ने अभी तक अपने करियर को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन परिवार के अनुसार वह उच्च शिक्षा में देश के प्रतिष्ठित संस्थान जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय या जेएनयू से जुड़ने की योजना बना रही है। उसका सपना समाज के लिए कुछ करने का है—संभवतः वह आगे चलकर शिक्षा या प्रशासनिक सेवा से जुड़ सकती है।
उत्तर प्रदेश का शैक्षिक उत्थान
सावी जैन की सफलता यह भी दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा का स्तर तेजी से ऊपर जा रहा है। राज्य सरकार और स्थानीय शैक्षिक संस्थानों की कोशिशों से ग्रामीण और छोटे शहरों से भी टैलेंट सामने आ रहा है। यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
सावी जैन की उपलब्धि सिर्फ एक नंबर की जीत नहीं है, बल्कि यह उस सोच की जीत है जो बेटियों को पढ़ाई के हर मोर्चे पर आगे बढ़ने का मौका देती है। उनकी मेहनत, अनुशासन और पारिवारिक सहयोग ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।
उत्तर प्रदेश की इस बेटी पर न सिर्फ उसका परिवार, स्कूल या जिला गर्व कर रहा है, बल्कि पूरा प्रदेश और देश उसे सलाम कर रहा है। हमें उम्मीद है कि सावी जैन जैसी बेटियाँ आने वाले समय में शिक्षा, विज्ञान, प्रशासन और समाज सेवा के क्षेत्र में भी देश का नाम ऊँचा करेंगी।
Savi Jain from Shamli, Uttar Pradesh, has become the CBSE Board Topper 2025 by scoring an extraordinary 499 out of 500 marks. She scored a perfect 100 in Political Science, Geography, Painting, and English, and 99 in History. Her success not only puts Shamli and Uttar Pradesh on the national education map but also stands as a powerful example of academic excellence by young girls in India.