AIN NEWS 1 गाजियाबाद: एक प्राइवेट बैंक की महिला कर्मचारी ने नौकरी से उत्पीड़न और मजाक के चलते आत्महत्या कर ली। 12 जुलाई को शिवानी ने जहर खाकर अपनी जिंदगी समाप्त कर दी। मरने से पहले उसने पांच पन्नों का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने अपने साथ हो रहे उत्पीड़न का विवरण दिया।
शिवानी ने सुसाइड नोट में लिखा कि कैसे पिछले 5-6 महीनों से उसकी सहकर्मी ज्योति चौहान उसे लगातार परेशान कर रही थी। ज्योति चौहान उसे ‘डायवोर्सी’ और ‘बंदरिया’ जैसे अपमानजनक नामों से बुलाती थी। इसके अलावा, उसका सुपरवाइजर मोहम्मद अकरम भी इस मजाक में शामिल था और उसके हाथ कांपने पर उसका मजाक बनाता था। शिवानी ने कई बार अपने सीनियर्स से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
शिवानी ने लिखा कि इन परेशानियों के चलते उसकी मानसिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। उसने अपने परिवार को ऑफिस की समस्याओं के बारे में नहीं बताया, ताकि उन्हें चिंता न हो। उसने इस्तीफा भी दिया था, लेकिन अकरम ने उसे मंजूर नहीं किया और ज्योति के प्रभाव में आकर उसे टर्मिनेट करवा दिया।
आखिर में, शिवानी ने अपने परिवार से अपील की कि दोषियों को सख्त सजा दिलवाई जाए ताकि कोई और इसी तरह की तकलीफ न झेले। पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद अकरम को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि अकरम ने शिवानी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया और ज्योति चौहान के दबाव में आकर उसे टर्मिनेट किया, जिससे शिवानी ने आत्महत्या का कदम उठाया।