AIN NEWS 1: भारत में हजारों प्रकार की मिठाइयाँ हैं, लेकिन जलेबी को राष्ट्रीय मिठाई क्यों माना जाता है? इसका कारण है कि जलेबी हर कोने में आसानी से मिल जाती है और यह भारतीय मिठाइयों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
जलेबी की विविधताएँ
जलेबी को विभिन्न तरीकों से तैयार किया जाता है और इसे विभिन्न खाद्य पदार्थों के साथ खाया जाता है:
1. खोया जलेबी:
– इस जलेबी में खोया, दूध और मैदा का उपयोग होता है। यह विशेष रूप से मध्यप्रदेश में बनाई जाती है।
2. पनीर की जलेबी:
– यह जलेबी खमीर के साथ-साथ पनीर से भी बनाई जाती है।
3. रबड़ी की जलेबी:
– रबड़ी को फेंटकर जलेबी बनाई जाती है, जो बहुत ही मीठी और स्वादिष्ट होती है।
4. जलेबा:
– यह एक बड़ी जलेबी होती है, जो एक बार में बनाई जाती है।
5. इमरती:
– इमरती भी जलेबी का एक प्रकार है, जो उड़द या उर्द की दाल से बनाई जाती है।
6. नमकीन जलेबी:
– यह जलेबी मिठी नहीं बल्कि नमकीन होती है और पश्चिम बंगाल में प्रसिद्ध है।
जलेबी का महत्व और सेवन
भारतीय संस्कृति में मिठाई का खास महत्व होता है। जलेबी विशेष रूप से सुबह के समय खाई जाती है। अन्य मिठाइयाँ त्योहारों और पारिवारिक अनुष्ठानों के दौरान बनाई जाती हैं, जैसे गुझिया होली पर और दक्षिण भारत में दिवाली पर बनाई जाती है।
भारतीय मिठाइयों की विविधता
भारतीय मिठाइयाँ शक्कर, अन्न, और दूध के विभिन्न संयोजनों से बनाई जाती हैं। उत्तर भारत में खोये की मिठाइयाँ और दक्षिण भारत में नारियल और अन्न की मिठाइयाँ प्रमुख हैं। मिठाइयाँ त्योहारों पर विशेष महत्व रखती हैं और अक्सर घर के बाहर भी खरीदी जाती हैं।
विशेष जलेबी
एक और प्रकार की जलेबी प्राकृतिक रूप से तैयार होती है, जिसे ‘वन जलेबी’ कहा जाता है। यह पेड़ पर लगती है और शुगर के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं, क्योंकि यह सेहत के लिए लाभकारी होती है।
इस प्रकार, जलेबी की विविधता और इसके सेवन के विभिन्न तरीके इसे भारतीय मिठाइयों में एक विशेष स्थान दिलाते हैं।