AIN NEWS 1 मेरठ : परतापुर के भूड़बराल में एक महिला और उसकी 12 साल की बेटी की बेरहमी से हत्या कर शवों को घर में ही दफन कर दिया गया था। इस मामले की जानकारी और खुलासे के लिए मृतका की सहेली चंचल चौधरी और धर्म जागरण के प्रचारक मनीष लोईया ने महत्वपूर्ण प्रयास किए थे। अब मुख्य आरोपी शमशाद की जमानत की सुनवाई होने वाली है, लेकिन शमशाद अपने पक्ष में गवाही देने के लिए चंचल और मनीष पर दबाव बना रहा है।
मामले की पृष्ठभूमि:
22 जुलाई 2020 को, परतापुर के भूड़बराल में शमशाद नाम के युवक के घर से पुलिस ने फर्श खोदकर दो शव बरामद किए थे। ये शव शमशाद की प्रेमिका प्रिया और उसकी 12 साल की बेटी कशिश के थे। पूछताछ के दौरान, शमशाद ने जुर्म स्वीकार कर लिया और उसे जेल भेज दिया गया।
वर्तमान स्थिति:
अब शमशाद की जमानत की सुनवाई कोर्ट में होनी है। इस बीच, चंचल चौधरी को एक पत्र मिला है जिसमें शमशाद ने खुद को निर्दोष बताते हुए चंचल पर अपने पक्ष में गवाही देने का दबाव डाला है। चंचल ने बताया कि 15 जुलाई को दो युवक उसके पास आए और उसे यह पत्र सौंपा। इन युवकों ने कहा कि पत्र शमशाद ने जेल से भेजा है।
दहशत और दबाव:
चंचल ने बताया कि पत्र मिलने के बाद से वह दहशत में है। शमशाद की जमानत उसकी गवाही पर निर्भर करती है। मनीष लोईया पर भी शमशाद दबाव बना रहा है। चंचल ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिलकर अपनी सुरक्षा की मांग की है और दबाव बनाए जाने की शिकायत की है।