AIN NEWS 1: कमर, शरीर के महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है, जो चलने, उठने, बैठने और अन्य दैनिक गतिविधियों में मदद करता है। कमर दर्द (पीठ दर्द) एक आम समस्या है, विशेषकर निचली कमर में दर्द। यह समस्या आमतौर पर कुछ हफ्तों में ठीक हो जाती है, लेकिन कभी-कभी लंबे समय तक बनी रह सकती है। हाल के वर्षों में, यह समस्या केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण निष्क्रिय जीवनशैली, कार्य संस्कृति, नौकरी की मांग और पोषण की कमी है।
कमर दर्द: क्या है?
कमर दर्द, या पीठ के निचले हिस्से में दर्द, एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो 80% वयस्कों को कभी न कभी प्रभावित करती है। यह दर्द मांसपेशियों में खिंचाव, लिगामेंट्स पर मोच, हर्नियेटेड डिस्क, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे कारणों से हो सकता है। इसके लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं और यह विकलांगता का मुख्य कारण हो सकता है।
कमर दर्द के लक्षण
कमर दर्द निम्नलिखित लक्षण पैदा कर सकता है:
– मांसपेशियों में दर्द
– पीठ में जलन
– अचानक तेज दर्द
– दर्द का पैरों की तरफ बढ़ना
– उठने और झुकने पर दर्द बढ़ना
– आराम करते समय भी दर्द का होना
– दर्द का पीछे से नितंबों, पैरों या कूल्हे में फैलना
– पैरों में सुन्नता या कमजोरी
कमर दर्द के कारण
कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं:
– तनाव: तनाव की स्थिति में मांसपेशियाँ अकड़ जाती हैं।
– टेक्नोलॉजी: लंबे समय तक बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है।
– नरम गद्दा: बहुत नरम गद्दे पर सोने से मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
– हाई हील: लंबे समय तक हाई हील पहनने से कमर दर्द हो सकता है।
– वजन बढ़ना: मोटापा रीढ़ पर अधिक भार डालता है।
– कैल्शियम की कमी: शरीर में कैल्शियम की कमी से कमर दर्द हो सकता है।
– निष्क्रिय जीवनशैली: एक ही जगह लंबे समय तक बैठना।
कमर दर्द होने पर क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
– अच्छी मुद्रा: सही पोस्चर में बैठें।
– ब्रेक लें: हर घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लें।
– मालिश करें: मांसपेशियों की मालिश करें।
– व्यायाम करें: हल्का-फुल्का व्यायाम करें।
– सही आहार: कैल्शियम से भरपूर भोजन करें।
क्या न करें:
– भारी सामान न उठाएं: भारी सामान उठाने से बचें।
– एक जगह लंबे समय तक न बैठें: लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से बचें।
– तनाव से दूर रहें: तनाव को कम करने की कोशिश करें।
– अचानक हरकत न करें: अचानक झटके से बचें।
कमर दर्द का घरेलू इलाज
1. गर्म पानी की सिकाई: हल्का गर्म पानी में नमक मिलाकर सिकाई करें, लेकिन सीधे त्वचा पर गर्म पानी से सिकाई न करें।
2. नारियल तेल और लहसुन: नारियल तेल में लहसुन पकाकर उसकी मालिश करें।
3. ब्रेक लेना: लंबे समय तक बैठने पर हर घंटे में ब्रेक लें।
4. सही पोस्चर: अपनी पोस्चर का ध्यान रखें।
5. कैल्शियम युक्त डाइट: कैल्शियम से भरपूर आहार लें।
डॉक्टर से कब मिलें?
– दर्द यदि दो हफ्तों से अधिक समय तक रहता है।
– यदि दर्द गंभीर है और आराम करने से ठीक नहीं होता।
– पैर में कमजोरी, झुनझुनी, या सुन्नता महसूस होती है।
– पेशाब या स्टूल पास करने में कठिनाई होती है।
कमर दर्द का उचित निदान और इलाज प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। घरेलू उपचार से आराम न मिलने पर विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक होती है।