AIN NEWS 1 चंदौली: हाल ही में बलिया जिले में ट्रकों से करोड़ों की अवैध वसूली का मामला सामने आया था। अब चंदौली में भी पुलिसकर्मियों द्वारा इसी तरह की वसूली का खुलासा हुआ है। चंदौली के एसपी आदित्य लांघे ने सादी वर्दी में यूपी-बिहार बॉर्डर पर स्थित कंदवा थाने में छापेमारी की।
रात के समय की गई इस छापेमारी में एसपी ने देखा कि पुलिसकर्मी वसूली में लिप्त थे। एसपी को देखकर वसूली में शामिल पुलिसकर्मी भाग निकले। एसपी ने थाने का निरीक्षण किया और कई लापरवाहियां पाई। इसके बाद थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर सलिल स्वरूप आदर्श, उप निरीक्षक अमरनाथ साहनी, और अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
निलंबित पुलिसकर्मियों में मुख्य आरक्षी सुनील वर्मा, श्याम सुंदर, नागेंद्र कुमार, और आरक्षी किशन सरोज शामिल हैं। एसपी के छापे के दौरान भागे हुए पुलिसकर्मियों की खोज की जा रही है।
इस कार्रवाई से पहले, एसपी ने थाने में तीन साल से अधिक समय से तैनात 134 मुख्य आरक्षियों का तबादला कर दिया था। इसके साथ ही, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रिश्वत के मामले में प्रधान लिपिक और यातायातकर्मी को भी निलंबित किया गया है।
बलिया में वसूली कांड: 20 आरोपी तीन दिन की रिमांड पर
बलिया जिले के भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से करोड़ों की वसूली करने वाले गैंग के सरगना समेत 20 आरोपितों को बलिया पुलिस ने वाराणसी की जिला जेल से रिमांड पर लिया। विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) की अदालत द्वारा तय रिमांड अवधि शुरू होने से पहले ही बलिया पुलिस की टीम जेल पहुंच गई।
अभियुक्तों को मेडिकल करवाने और कड़ी सुरक्षा के बीच बलिया ले जाने में दोपहर तक का समय लग गया। सूत्रों के अनुसार, प्रकरण के विवेचक और वरिष्ठ अधिकारी देर रात सभी अभियुक्तों से अलग-अलग पूछताछ करेंगे। रिमांड अवधि के दौरान अभियुक्तों से संगठित गिरोह, क्राइम सीन के पुनर्निर्माण, मनी ट्रेल, और गैंग को संरक्षण देने वालों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में नरही के निलंबित थानेदार पन्नेलाल, चार पुलिसकर्मी, और 16 दलाल शामिल हैं। सभी आरोपितों को वाराणसी जेल में रखा गया है।