AIN NEWS 1 नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने मार्च तक अपने ग्राहकों से प्लेटफॉर्म फीस के रूप में 83 करोड़ रुपये वसूल किए हैं। यह फीस पिछले साल अगस्त से लागू की गई थी और धीरे-धीरे बढ़ाकर छह रुपये प्रति ऑर्डर कर दी गई है।
प्लेटफॉर्म फीस क्या है?
जब आप जोमैटो या स्विगी जैसे फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म से खाना ऑर्डर करते हैं, तो आपको कुल कीमत के साथ एक अतिरिक्त प्लेटफॉर्म फीस चुकानी होती है। यह फीस कंपनी के समायोजित राजस्व में योगदान करती है और इसका इस्तेमाल प्लेटफॉर्म की देखरेख, डिलीवरी पार्टनर्स के भुगतान और अन्य खर्चों के लिए किया जाता है।
फीस का प्रभाव
– ऑर्डर की कुल कीमत: प्लेटफॉर्म फीस के कारण आपकी ऑर्डर की कुल कीमत बढ़ जाती है।
– खाद्य वितरण की लागत: यह सेवाओं को महंगा बनाता है।
– रेस्तरां पर असर: कुछ रेस्तरां इस फीस को अपने मेनू की कीमतों में शामिल कर लेते हैं, जिससे मेनू की कीमतें बढ़ जाती हैं।
फीस क्यों ली जाती है?
– प्लेटफॉर्म का रखरखाव: ऐप और वेबसाइट को अपडेट और सुरक्षित रखने के लिए।
– डिलीवरी पार्टनर्स: ऑर्डर को घर तक पहुंचाने वाले डिलीवरी पार्टनर्स के भुगतान के लिए।
– अन्य खर्चे: मार्केटिंग, ग्राहक सेवा और अन्य संचालन लागतों को कवर करने के लिए।
जोमैटो की इस रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी की सालाना आमदनी पिछले वित्त वर्ष में 27 फीसदी बढ़कर 7,792 करोड़ रुपये हो गई है। प्लेटफॉर्म फीस इस वृद्धि का एक प्रमुख कारण रही है।