AIN NEWS 1: दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों का आतंक एक गंभीर समस्या बन चुका है। इस स्थिति को लेकर गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग ने संसद में लिखित प्रश्न प्रस्तुत किया है। सांसद ने कहा कि वह सुबह की सैर पर डंडा लेकर निकलते हैं, लेकिन हमेशा डर रहता है कि कहीं कुत्ता हमला न कर दे।
सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि पिछले साल देशभर में 30,43,339 लोगों को कुत्तों ने काटा और 286 लोगों की मौत हो गई। गाजियाबाद में भी कई मामले सामने आए हैं, जिनमें बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुत्तों की संख्या में वृद्धि के बावजूद स्टरलाइजेशन जैसे उपायों पर काम नहीं हो रहा है।
गर्ग ने सुझाव दिया कि स्थानीय निकायों को उनकी स्थिति पर छोड़ने के बजाय उनकी निगरानी की जाए और बजट का भी प्रावधान होना चाहिए। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में हर महीने लगभग 60,000 लोग इस समस्या से प्रभावित होते हैं। अस्पतालों में रेबीज के इंजेक्शन के लिए लंबी कतारें लगती हैं। हाल ही में एक बच्चे की कुत्तों के काटने से मृत्यु हो गई, जिससे पता चलता है कि स्थिति कितनी गंभीर है।
नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम की जून 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, डॉग बाइट के 6890 मामले सामने आए हैं, जिनमें 5197 मामले आवारा कुत्तों के और 1693 मामले पालतू कुत्तों के हैं। मई 2024 में यह संख्या और भी अधिक थी, जिसमें 8664 डॉग बाइट के मामले आए थे, जिनमें 7029 आवारा कुत्तों के और 1635 पालतू कुत्तों के थे।
अतुल गर्ग ने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी जीव के विरोध में नहीं हैं, लेकिन कुत्तों के आतंक और उससे होने वाली समस्याओं को लेकर लोगों के मन में भय होना पूरी तरह से अस्वीकार्य है।