AINNEWS1 ग्रेटर नोएडा, 9 अगस्त 2024: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 2 अगस्त को कैब चालक से लूट के मामले में महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की। बर्खास्त ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अमित मिश्रा को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
मामले की संक्षिप्त जानकारी:
1. घटना का विवरण:
– 2 अगस्त को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक कैब चालक ने शिकायत की कि ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अमित मिश्रा और उसके दो साथियों ने उसकी लूटपाट की। आरोप है कि उन्होंने कैब में सवार महिला को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाया और अभद्र व्यवहार किया।
2. पुलिस की लापरवाही:
– स्थानीय पुलिस ने शुरू में इस मामले को दबाने का प्रयास किया और आरोपी एसआई पर कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित कैब चालक को समझौता करने के लिए दबाव डाला गया और उसे धमकाया गया।
3. केंद्रीय मंत्री का हस्तक्षेप:
– कैब चालक ने बागपत में किसान नेताओं के माध्यम से इस घटना की जानकारी केंद्रीय मंत्री को दी। मंत्री के हस्तक्षेप के बाद मामले की जांच शुरू की गई और स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। डीसीपी सेंट्रल सुनीति को पद से हटा दिया गया और कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
4. आरोपियों की गिरफ्तारी:
– बर्खास्त ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके दो साथी, अभिनव और आशीष अवस्थी, की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छह टीमें लगी हुई हैं।
5. वीडियो के माध्यम से खुलासा:
– एक फरार आरोपी आशीष अवस्थी ने वीडियो जारी कर कहा कि ट्रेनी एसआई ने उसकी गाड़ी का किराया नहीं चुकाया और उसे डराया-धमकाया।
6. अन्य विवरण:
– जांच में पता चला कि आरोपी ट्रेनी एसआई और उसके साथी शराब के नशे में थे और अवैध वसूली भी करते थे। घटना में शामिल गाड़ियों को सीज कर दिया गया है।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं और दिखाया है कि उच्चस्तरीय हस्तक्षेप कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।