रायपुर में हुई इमरजेंसी लैंडिंग की कहानी
AIN NEWS 1: बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 2015 में बांग्लादेश में विद्रोह की वजह से भारत में शरण ली थी। उनके विमान ने गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की थी और वहीं पर विमान को सुरक्षित रखा गया था। इसी दौरान बांग्लादेश का एक और विमान भारत में आ गया था, जो अब 9 साल से यहीं पर खड़ा है।
विमान की इमरजेंसी लैंडिंग
यूनाइटेड एयरवेज का एक मैकडॉनेल डगलस (MD) 83 एयरक्राफ्ट 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद, विमान के इंजन में खराबी आ गई और इंजन फेल हो गया। विमान भारत की सीमा में प्रवेश कर चुका था और इंजन का एक हिस्सा रायपुर के पास गिर गया।
रायपुर में इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति
विमान के पायलटों ने नजदीकी एयरपोर्ट्स, जैसे कि नागपुर और रायपुर, से संपर्क किया। रायपुर के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत दे दी, और विमान सुरक्षित रूप से लैंड कर गया। यात्रियों को दूसरे विमान से मस्कट भेजा गया।
विमान की पार्किंग और समस्या
बांग्लादेश यूनाइटेड एयरवेज ने विमान की मरम्मत के लिए टीम भेजी, लेकिन विमान पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया और न ही उसे वापस ले जाया गया। इस विमान की पार्किंग का किराया 9 सालों में 4 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। भारत ने कई बार बांग्लादेश से विमान को वापस ले जाने की गुजारिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
नीलामी की तैयारी
अब भारत की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इस विमान को नीलाम करने की तैयारी शुरू कर दी है। रायपुर के डायरेक्टर डॉ. एसडी शर्मा के मुताबिक, वे कानूनी सलाह लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।