AIN NEWS 1 नई दिल्ली: भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक और अधिकारी को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित करते हुए 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। यह फैसला उस अधिकारी की संदिग्ध और गैर-कूटनीतिक गतिविधियों में संलिप्तता के बाद लिया गया है।
विदेश मंत्रालय का सख्त संदेश:
भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी डी अफेयर्स को डिमार्शे जारी किया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कोई भी पाकिस्तानी अधिकारी भारत में अपने विशेषाधिकार और कूटनीतिक दर्जे का दुरुपयोग न करे।
🔍 दानिश के बाद दूसरा झटका:
कुछ ही दिन पहले, 13 मई को, भारत ने पाकिस्तानी अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को भी जासूसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर देश छोड़ने का आदेश दिया था। दानिश का संबंध ट्रेवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा से सामने आया था, जो पाक उच्चायोग की एक इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी।
🧩 ज्योति मल्होत्रा कनेक्शन:
2023 में ज्योति मल्होत्रा ने एक डेलीगेशन के साथ पाकिस्तान यात्रा की थी।
वहीं उसकी मुलाकात दानिश से हुई थी। भारत लौटने के बाद भी वह दानिश के संपर्क में रही।
दानिश की सिफारिश पर उसने पाकिस्तान की दूसरी यात्रा की, जहाँ उसकी मुलाकात अली अहसान से हुई।
अली ने उसकी पूरी यात्रा की व्यवस्था की और पाक खुफिया एजेंसी के अधिकारियों शकीर और राणा शाहबाज से मिलवाया।
✈️ ऑपरेशन सिंदूर और भारत की कूटनीतिक प्रतिक्रिया:
हाल ही में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दी।
इन ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के ठिकाने शामिल थे।
ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इसके बाद, 23 अप्रैल को भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में अधिकारियों की संख्या घटाने का आदेश दिया था।
India has expelled another Pakistani High Commission official following the espionage case involving Danish and Indian travel blogger Jyoti Malhotra. The expelled official was found involved in suspicious activities beyond his diplomatic role. This diplomatic move follows Operation Sindoor, where India targeted and destroyed 9 terror camps linked to Jaish, Lashkar, and Hizbul in Pakistan, killing over 100 terrorists. The Indian Ministry of External Affairs has issued a demarche to ensure Pakistani diplomats do not misuse privileges. These actions highlight India’s strong stand on national security and cross-border terrorism.