AIN NEWS 1: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। यहां इस मामले से जुड़े प्रमुख बिंदु हैं:
1. घटनाक्रम : आरोपित संजय रॉय ने डॉक्टर को गंभीर चोटें पहुँचाने के बाद यौन हमले का शिकार बनाया और फिर गला दबाकर और दम घुटने से उनकी हत्या कर दी। जांच में पता चला है कि हत्या की यह वारदात शुक्रवार की तड़के 3 बजे से 5 बजे के बीच हुई थी।
2. आरोपित की आदतें : संजय रॉय को पोर्नोग्राफी की लत थी और उसकी मोबाइल फोन में कई आपत्तिजनक सामग्री मिली।
3. व्यक्तिगत जीवन : 33 वर्षीय संजय रॉय ने 2019 में कोलकाता पुलिस में एक सिविक वॉलंटियर के रूप में शामिल हुआ था। वह अब तक चार बार शादी कर चुका है और उसे ‘महिला प्रिय’ के रूप में जाना जाता था।
4. पोर्नोग्राफी की सामग्री : पुलिस ने बताया कि रॉय की मोबाइल फोन में पोर्नोग्राफी की सामग्री अत्यंत disturbing और हिंसात्मक थी।
5. पारिवारिक हिंसा : जांच में यह भी सामने आया कि संजय रॉय के पास अपनी पत्नियों के प्रति शारीरिक हिंसा का इतिहास भी है।
6. शादियाँ और पारिवारिक जीवन : संजय रॉय की पहली पत्नी बेहाला की, दूसरी पत्नी पार्क सर्कस की, तीसरी पत्नी बाराकपुर की थी और चौथी पत्नी अलिपोर की थी। सभी शादियाँ लंबे समय तक नहीं चलीं।
7. पुलिस के संपर्क : संजय रॉय एक प्रशिक्षित बॉक्सर था और उसने कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से करीबी संपर्क स्थापित किए। इसके चलते उसे पुलिस वेलफेयर बोर्ड में स्थानांतरित कर दिया गया था और वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तैनात था जहां घटना हुई।
8. माँ का बयान : संजय रॉय की माँ, मलती रॉय ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका बेटा निर्दोष है।
9. डॉक्टरों की हड़ताल : आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सात दिन में मामले को सुलझाने की समय सीमा पर सवाल उठाया और कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। ममता बनर्जी ने कहा कि यदि पुलिस अगले रविवार तक मामला सुलझाने में असफल रही, तो इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाएगा।
10. देशव्यापी विरोध : सोमवार को सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल और दिल्ली के डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिससे OPD सेवाओं और गैर-आपातकालीन सर्जरी पर असर पड़ा। कोलकाता में, पिछले तीन दिनों से जूनियर डॉक्टरों ने केवल आपातकालीन सेवाएं दीं, लेकिन सोमवार की सुबह से उन्होंने यह भी बंद कर दिया।
इस मामले ने देश भर में चिकित्सा समुदाय और आम जनता के बीच गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।