कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद बुधवार, 14 अगस्त 2024 की आधी रात को आरजी मेडिकल कॉलेज में भारी हंगामा हुआ, जब कुछ अराजक तत्व अस्पताल में घुस आए और लगभग एक घंटे तक तोड़फोड़ करते रहे। उन्होंने मेडिकल उपकरण, दरवाजे, खिड़कियां, जो भी मिला उसे तोड़ दिया।
कॉलेज की नर्सों में से एक ने आरोप लगाया है कि यह भीड़ सेमिनार रूम में घुसने की कोशिश कर रही थी, जहां इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया था। इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, नर्स ने दावा किया कि दो पुलिसकर्मियों ने उन्हें भीड़ के उत्पात के दौरान छिपने के लिए कहा था।
इस हिंसक घटना में लाठी-डंडे लेकर आए लोगों ने अस्पताल के आपातकालीन वार्ड और ओपीडी के एक हिस्से में भी जमकर तोड़फोड़ की। यहां तक कि पुलिस चौकी और अस्पताल परिसर में खड़े वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया।
पुलिस ने इस हिंसा के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। सवाल उठ रहा है कि क्या इस भीड़ का मकसद सबूत मिटाना था, जो कि रेप और मर्डर केस से संबंधित हो सकते हैं। अस्पताल के स्टाफ के खुलासे के बाद यह मामला और पेचीदा हो गया है, और अब इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।